‘तुम मुझे यूं भुला ना पाओगे..’ कल सुबह से जब भी कोई भारतीय फैन अपनी किसी पुरानी किताब या कमरे की दीवारों पर लगे सचिन के उस पोस्टर या तस्वीर को देखेगा जिसमें वह नीली जर्सी में बल्ला लहराते दिख रहे हों, तब शायद मोहम्मद रफी का यही नगमा जहन में गूंजेगा, और शायद आज शाम भी कुछ ऐसा ही होगा..कल से चाय की दुकान पर सचिन की नीली जर्सी में खेली गई उन पारियों की बातें तो होंगी, दोस्त उनकी हर पारी हर शॉट पर अपना ज्ञान भी देंगे लेकिन जब घर लौटेंगे तो टीवी खोलने पर यह अहसास हो जाएगा कि एक अरसा बीत गया और पता भी नहीं चला, क्योंकि फिर ना वहां वैसा सचिन दिखेगा और ना वो धुआंधार शॉट्स.. देश की राजधानी दिल्ली का फिरोजशाह कोटला मैदान आज चैंपियंस लीग टी20 के फाइनल के दौरान एक ऐसे एतिहासिक लम्हे का गवाह बनेगा जिसका इंतजार कोई भारतीय क्रिकेट फैन शायद नहीं कर रहा था। एक ऐसी शाम जिसका नजारा अब कभी देखने को नहीं मिलेगा, एक ऐसी शाम जब देश-दुनिया में करोड़ों आंखें नम पड़ जाएंगी, वो शाम जब क्रिकेट का भगवान आखिरी बार मैदान पर रंगीन कपड़ों में उतरेगा..सवाल यही है, कि क्या आज होगी हैपी एंडिंग? और क्या टेस्ट, वनडे, आइपीएल की बादशाहत देख चुके सचिन को अपना आखिरी खिताब चैंपियंस लीग भी मिल जाएगा।
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क्रिकेट इतिहास में यूं तो कई ऐसे लम्हे आए जब फैंस ने अपनी भीगी आंखों को पोंछते हुए धीरे-धीरे उस टीस को भुला दिया और आगे बढ़ गए, लेकिन विश्व क्रिकेट इतिहास में आज जो पल घटेगा उसकी टीस शायद फैंस के दिल में सदा के लिए रहेगी। पूरे क्रिकेट करियर में 50 हजार रन, अंतरराष्ट्रीय करियर में 34,373 रन, सबसे ज्यादा 198 टेस्ट मैच, सबसे ज्यादा 463 वनडे मैच, सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय शतक, दोनों प्रमुख प्रारूपों में सबसे ज्यादा शतक और ना जाने क्या-क्या, यह कहानी है उस सचिन रमेश तेंदुलकर की जिसका जाना वो खाई पैदा कर जाएगा जिससे निकलने में करोड़ों फैंस को काफी समय लग सकता है।
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वनडे से संन्यास ले चुके सचिन ने जब इस फॉर्मेट से अपनी विदाई का ऐलान किया था, तब ऐसा उन्होंने मैदान के बाहर आकर किया था, यानी वो दोबारा मैदान पर नहीं उतरे..उसके बाद उन्होंने आइपीएल से विदाई का ऐलान किया और उस ऐलान के बाद भी वह मैदान पर नहीं उतरे, जिस वजह से अभी तक फैंस अपने इस लाडले खिलाड़ी को ठीक से विदाई नहीं दे सके, लेकिन आज शाम सभी इस बात से वाकिफ होंगे कि क्रिकेट का भगवान अब कभी रंगीन कपड़ों में मैदान पर नहीं उतरेगा और यह आखिरी मौका होगा जब उन्हें नीली जर्सी में विदाई दी जा सकेगी। वो अभी टेस्ट क्रिकेट जरूर खेलेंगे, लेकिन क्रिकेट के छोटे रूप में हमनें जिस सचिन को दशकों तक देखा वह रह-रहकर फैंस के आंखों में आज शाम एक कहानी बनकर सामने आएगा। मुंबई इंडियंस इससे पहले चैंपियंस लीग टी20 का खिताब जीत चुकी है, लेकिन हरभजन की कप्तानी वाली उस टीम में सचिन सिर्फ बेंच का हिस्सा रह गए थे क्योंकि वह चोटिल थे, लेकिन एक बार फिर उन्हें वो आखिरी खिताब पाने का मौका मिला है जिससे वो अब तक दूर रह गए थे। मुंबई इंडियंस में विदेशी खिलाड़ी हो या फिर भारत का, सबका सिर्फ आज एक ही लक्ष्य है, सचिन को यह खिताब देकर रंगीन कपड़ों में उनको ‘परफेक्ट’ विदाई देना।