बोकारो: आज जरीडीह प्रखंड के गायछनंदा पंचायत के पथुरिया गांव में बाल अधिकार सरंक्षण जागरूकता अभियान कार्यक्रम निदेशक डॉ प्रभाकर कुमार के नेतृत्व में गांव के बच्चों , माता पिता अभिभावकों व ग्रामीणों की उपस्थिति में किया गया ।
शिक्षाविद सह मनोवैज्ञानिक डॉ प्रभाकर कुमार ने बच्चे की कानूनन परिभाषा देते हुए बाल मुद्दों , बाल कानून , बाल अधिकारों , संकट कालीन नो 1098 , लिंग भेद व अद्यतन स्थितियां , विभिन्न तरह की सामाजिक पूर्वाग्रह मानसिकता , समाजीकरण की प्रक्रिया आदि पर सविस्तार जानकारी दी । जिले में बच्चों के सभी हितधारकों की भूमिका का वर्णन करते हुए स्पांशिप योजना व अनाथ बच्चे की सरकारी सुविधाओं की भी जानकारी रखे । कोरोना काल में अनाथ बच्चे को उपलब्ध सहायता , सरकारी स्कीमों की जानकारी मुहैया करवाये ।
बाल मनोवैज्ञानिक के रूप में डॉ प्रभाकर कुमार ने बतलाया कि सभी बच्चों को हिंसा , शोषण व दुर्व्यवहार से सुरक्षित रखने का अधिकार है जिसे अमली जामा पहनाने मे माता पिता व अभिभावकों की महंती भूमिका है । सभी बच्चों को हिंसामुक्त सुरक्षित वातावरण में विकसित होने का अधिकार है । बच्चों के खिलाफ होने वाली हिंसा से बचाने हेतु बाल मुद्दों पर अधिक से अधिक जागरूकता की जरूरत । यौन उत्पीड़न व पोक्सो कानून , सुरक्षित स्पर्श असुरक्षित स्पर्श आदि की भी जानकारी दी गयी । युवाओं की सहभागिता से बच्चों मे मास्क वितरण किया गया । प्रतियोगिता करवाकर बच्चों को पेन पेंसिल स्टेशनरी सामग्री दी गयी । चॉकलेट देकर बच्चों के मनोबल को बढ़ाते हुए समरसता निर्माण की गई ।
आज के जागरूकता अभियान में गांव के समाजसेवी सदानंद चटर्जी , युवाओं में इंद्रजीत कुमार , ऋषभ कुमार , अभिषेक आनंद आदि उपस्थित रहे ।