- विद्या मंदिर का संचालन व संपूर्ण कार्य शोध पर आधारित होता है: अरूण चौधरी
लातेहार: आज सरस्वती विद्या मंदिर लातेहार में कक्षा अरुण से प्रथम तक के भैया बहनों के माताओं की एक दिवसीय गोष्टी सह कार्यशाला आयोजित की गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अधिवक्ता सह अभिभाविका ऋतु रानी मुख्य रूप से उपस्थित थी। अतिथि परिचय विद्यालय के वरिष्ठ आचार्या नीलम अम्बास्टा के द्वारा किया गया। यह खबर आप झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। गोष्ठी की शुरुआत मां सरस्वती ओम एवं भारत माता के चित्र पर दीप प्रज्वलन एवं पुष्प अर्पण के साथ किया गया।
प्रांत सह शिशु वाटिका प्रमुख गीता कुमारी ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए शिशु वाटिका की 12 व्यवस्थाओं बगीचा , क्रीड़ा, तरणताल ,चिड़ियाघर, चित्र पुस्तकालय, वस्तु संग्रहालय, विज्ञान प्रयोगशाला, घर ,रंगमंच कार्यशाला , कलाशाला और प्रदर्शनी के बारे में चर्चा की। वही उदय की कक्षाचार्या नीलम अम्बास्टा ने बताया कि भैया बहनों के सर्वांगीण विकास में आचार्य दीदी के साथ अभिभावकों का भी बहुत बड़ा योगदान होता है।
कार्यशाला में उपस्थित अभिभावकों के बीच खेल की प्रतियोगिता जैसे प्लेट का संतुलन बनाना,चम्मच में कांचा डाल दौड़ प्रतियोगिता भी कराई गई। सभी अभिभावकों ने अपने बच्चों की घर की गतिविधियों से विद्यालय के कक्षाचार्य, विषयाचार्य व प्रधानाचार्य को अवगत कराया और लिखित कार्य की कॉपी भी देखी गई। विद्यालय की आचार्या अनुजा कुमारी ने बताया कि अभिभावक अपने बच्चों के प्रोजेक्ट वर्क में मदद कर गृह कार्य को आसान बना सकते हैं साथ ही जलपान में बाहर का नाश्ता ना देना, प्लास्टिक के टिफिन में गर्म खाना ना देना, सभी विषयों के दो कॉपी भेजना, बच्चों का बैग बस्ता भारी न हो इसका ध्यान रखना आदि विषयों पर ध्यान आकर्षित किया गया।
तत्पश्चात अतिथि ऋतु रानी अभिभावकों को बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ उनके खान-पान, स्वास्थ्य एवं खेलकूद पर भी विशेष ध्यान देने को कहा। साथ ही साथ बच्चों के साथ समय बिताने को भी कहा जिससे उनमें अभिभावकों के प्रति एक मित्रता पूर्ण व्यवहार हो सके।
पूरे भारतवर्ष में 25000 सरस्वती विद्या मंदिर विद्यालय का संचालन हो रहा है: अरूण कुमार चौधरी
विद्यालय के प्रधानाचार्य अरुण कुमार चौधरी ने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विद्या भारती विद्यालय के अंतर्गत पूरे भारतवर्ष में 25000 सरस्वती विद्या मंदिर विद्यालय का संचालन होता है विद्यालयों में कराए जाने वाले संपूर्ण कार्य शोध पर आधारित होता है यहां सभी आचार्य दीदी प्रशिक्षित एवं निपुण होते हैं।
इस वर्ष दशम बोर्ड की वार्षिक परीक्षा में राज्य स्तर पर हमारे विद्यालय के चार (4) एवं जिला स्तर पर (13) तेरह भैया बहनों ने अपना स्थान प्राप्त किया है। यहां आचार्य दीदी जी सभी भैया बहनों को पुत्रवत स्नेह प्रदान करते हुए पढ़ाने का कार्य करते हैं।
इस कार्यक्रम में मंच संचालन शिल्पा कुमारी के द्वारा किया गया कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी आचार्य दीदी का सराहनीय योगदान रहा।