मुकेश कुमार की रिपोर्ट
महागामा: रेफरल अस्पताल महागामा में आयुष एसोसिएशन ऑफ झारखंड के आह्वान पर मंगलवार को कार्यरत आयुष चिकित्सकों की ओर से सात सूत्री मांगों के समर्थन में काला बिल्ला लगाकर सरकार के खिलाफ विरोध जताया गया। वहीं चिकित्सक अभिषेक सानू ने कहा कि 8 जून से 12 जून तक काला बिल्ला लगाकर अस्पताल में कार्य किया जाएगा।उन्होंने कहा कि अपने कार्य के अतिरिक्त अस्पताल के सभी कार्य ओपीडी,आईपीडी सहित सभी स्वास्थ्य कार्यक्रम में मुख्य रूप से सेवाएं देते आ रहे हैं।कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान भी सबसे आगे रहकर कार्यों का निष्पादन कर रहे हैं।इस दौरान चिकित्सक संक्रमित होकर अपनी जान भी गवा रहे हैं। फिर भी आश्रितों को बीमा योजना का लाभ भी नहीं दिया जा रहा है। जबकि आयुष चिकित्सक अल्प मानदेय पर काम कर रहे हैं जिससे परिवार का भरण- पोषण तक नहीं हो पा रहा है।मांगों में पड़ोसी राज्य बिहार के तर्ज पर समान काम का समान वेतन और एनएचएम में कार्यरत एमबीबीएस चिकित्सकों के समतुल्य मानदेय का भुगतान एवं प्रतिवर्ष 10फीसदी वार्षिक वृद्धि तथा सेवा निवृत्त की उम्र सीमा 67 किया जाए साथ ही आयुष चिकित्सकों के रिक्त पदों पर बिना शर्त सीधी नियुक्ति की प्रक्रिया को अपनाते हुए समायोजन किया जाए,नियमित चिकित्सकों की तरह ही आयुष चिकित्सकों को भी पीएल,ईएल ,एसएल सहित अन्य सुविधाएं प्रदान की जाए। कोविड-19 में कार्य कर रहे चिकित्सकों की मृत्यु पर गरीब कल्याण योजना के तहत ₹50लाग का बीमा राशि साथ ही आश्रितों को एक सरकारी नौकरी दिया जाए,आयुष चिकित्सकों को कोरोना योद्धा के रूप में सरकार पंजीकृत करें।सीएचसी व पीएचसी आयुष के लिए अलग ओपीडी की व्यवस्था कर होम्योपैथी,आयुर्वेदिक तथा यूनानी की दवा उपलब्ध कराई जाए सहित अन्य मांगे शामिल हैं। यादों की आयुष चिकित्सकों ने अपनी मांगों को लेकर जिला उपायुक्त व संगठन के द्वारा राज्य सरकार को भी पत्राचार के माध्यम से सूचित कर दिया गया है। वही आयुष के चिकित्सकों ने कहा कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं की जाएगी तो पूरी संगठन की ओर से उग्र आंदोलन आंदोलन किया जाएगा। मौके पर चिकित्सक रिचा रश्मि सहित अन्य आयुष चिकित्सक मौजूद थे।