खूंटी: लोकतंत्र के महापर्व में नेताओं का जिला निर्वाचन विभाग की ओर आने जाने का सिलसिला प्रारंभ हो गया है। आज खूंटी लोकसभा के लिए पत्थलगड़ी नेत्री बबिता कच्छप ने नामांकन दाखिल किया।
भारत आदिवासी पार्टी के बैनर पर बबीता कच्छप चुनाव मैदान में उतरने को तैयार है। वहीं निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में कर्रा क्षेत्र के पास्टर संजय कुमार तिरकी ने भी आज नामांकन किया। यह खबर आप झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। भारत आदिवासी पार्टी की प्रत्याशी बबीता कच्छप ने मीडिया से बातचीत में कहा कि नामांकन में मेरे साथ भीड़ दिखाई नहीं दे रही है लेकिन जल जंगल जमीन से जुड़े लोग उनके साथ हैं उन्हें गांव गांव से पत्थलगड़ी आंदोलन के लोग अपना नेता अगुवा मानते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एक छोटी सी चिंगारी काफी है आन्दोलन को वोटबैंक में बदलने के लिए। पूर्व सीएम रघुवर दास के शासनकाल में जल जंगल जमीन पर सीएनटी एक्ट का उल्लंघन किया गया और लैंड बैंक के माध्यम से जमीन की बेतहाशा लूट की गई। साथ ही स्थानीय नीति और नियोजन नीति नहीं बनने के कारण स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं मिल रही है।
झारखण्ड के खनिज संपदा की लूट की जा रही है। वन अधिकार कानून का उल्लंघन कर जंगल लूटे जा रहे हैं। इन सभी मुद्दों पर आदिवासी जनता एकजुट है और इसबार उसका परिणाम मतदान और मतगणना में भी दिखेगा।
बबिता कच्छप ने कहा कि भारत आदिवासी पार्टी देश के अंदर मात्र 15 दिनों के प्रयास से 4 विधायको को जीत दिलाने में सफल रही है। आदिवासी और शोषित पीड़ित समुदाय का विश्वास भारत आदिवासी पार्टी पर बढ़ा है और यह विश्वास आगे भी देखने को मिलेगा। बबिता कच्छप ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय पार्टियों के प्रत्याशी भारत आदिवासी पार्टी के मैदान में उतरने से भयभीत हैं।