हिंडालको का माइंस बॉक्साइट का अवैध उत्खनन के भरोसे टिकी है : रैयत मजदूर समिति
गुमला: बॉक्साइट माइंस रैयत मजदूर समिति द्वारा हिंडालको कंपनी का जो बेरोकटोक बॉक्साइट लूट का धंधा चल रहा है उसके विरोध चरणबद्ध आंदोलन को मजबूत बनाई जाएगी । हिंडालको गुरदरी , कुजाम से लेकर सेरेंगदाग व विमरला माइंस तक में माइनिंग एक्ट को ताक पर रख कर लीज एरिया का बगैर सीमांकन किए जंगल विभाग व आदिवासी जमीन को ठग कर बड़े पैमाने पर बॉक्साइट का अवैध कारोबार चल रहा है । कंपनी लीज के शर्तों का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन कर रही है , खनन का कार्य में बहुत कम स्थायी मजदूर लगाए गए हैं और अपने लीज एरिया पर ठेकेदारी प्रथा कंपनी चला रही है । जिसका परिणाम है कि बॉक्साइट माइन्स से कंपनी करोड़ों रुपैया मुनाफा कमा रही है । वहीं बहुतों जमीन दाता परिवार को आज तक स्थायी मजदूरी का काम भी नहीं मिला है । जमीन दाता अस्थायी मजदूर के रुप में ठेकेदारों के अधीन पर काम कर रहे हैं । बॉक्साइट माइन्स रैयत मजदूर समिति , कंपनी द्वारा किए जा रहे इस शोषण व गोरखधंधे को परत दर परत उजागर करते हुए 21 सितंबर 2021 को बिशुनपुर में भंडाफोड़ कार्यक्रम आयोजित कर गुमला – लोहरदगा के सीमांत पर एल्युमिनियम कारखाना निर्माण तथा माइंस क्षेत्र में रोजगार , स्कूल , अस्पताल , सड़क , पेयजल , सिंचाई इत्यादि बुनियादी सुविधा की बहाली के लिए आंदोलन को तेज किया जाएगा ।