तस्वीर अल्ताफ हुसैन, करन महतो और नगर परिषद कार्यालय की है
रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर: पिछले नगर परिषद चुनाव से ही चक्रधरपुर में मतदाता सूची विखंडीकरण में साजिश रची जा रही है. एक गिरोह ऐसा है जो चुनाव लड़ने वाले प्रतिद्वंदियों के नामों के साथ खिलवाड़ कर रहा है. कभी उनके नाम काट दिए जा रहे हैं, तो कभी चुनाव क्षेत्र ही बदल कर सूची में नाम दर्ज कराया जा रहा है. इस बार भी यह खेल देखने को मिला. वार्ड संख्या 18 में रहने वाले स्वर्गीय अनवर हुसैन के दो सुपुत्रों के साथ ऐसा ही हुआ. स्वर्गीय अनवर हुसैन महुआ-तसर आदि के बहुत बड़े व्यापारी थे. उनकी शोहरत दूर-दूर तक थी. उनके बाद उनके सुपुत्र एकराम हुसैन और अल्ताफ हुसैन भी काफी विख्यात हुए. चक्रधरपुर में शायद ही कोई ऐसा होगा जो इन दोनों भाइयों को नहीं जानता है. इन भाइयों में से अल्ताफ हुसैन ने पिछले दिनों नगर निकाय चुनाव लड़ने की घोषणा किया था. इस घोषणा के बाद राजनितिक समीकरण बदलने लगा था. मौके का फायदा देखते हुए जब मतदाता सूची का विखंडन हुआ और फाइनल सूची जारी हुई तो अल्ताफ और एकराम का नाम सूची से गायब हो गया. दोनों भाई वार्ड संख्या 18 के रहने वाले हैं. उनके आवास का पता अधिकतर लोगों को मालूम है. इनका नाम वार्ड 19 के बूथ संख्या 1 में कर दिया गया. जबकि दोनों की पत्नी का नाम वार्ड संख्या 18 में ही रह गया है. पूरे परिवार का मकान संख्या 135 एक ही होने के बावजूद केवल दो भाइयों को हटाकर वार्ड संख्या 19 भेज दिया गया है.
विगत नगर निकाय चुनाव के समय भी ऐसी ही साजिश वार्ड संख्या 17 से चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाले करण महतो के साथ हुआ था. उनका नाम सूची से ही काट दिया गया था. उस चुनाव में यह नियम था कि पार्षद प्रत्याशी वही बनेगा जो उस वार्ड का मतदाता होगा. नतीजतन करण महतो चुनाव लड़ने से ही वंचित रह गया. उसे नामांकन करने का अधिकार भी नहीं मिला. फलस्वरूप अंतिम समय में उनके मित्र विनय बर्मन चुनाव लड़े और जीते.
इस बार के मतदातासूची विखंडीकरण के लिए वार्डों का पुराना सीमा ही यथावत रहने दिया गया है. इसके बावजूद वार्ड संख्या 6 के सैकड़ों मतदाता का नाम वार्ड से गायब कर दिया गया था. वार्ड वासियों के प्रयास से 200 से अधिक मतदाताओं का नाम वार्ड 6 में वापस शामिल कराया गया. लेकिन अब भी अनेकों मतदाता वार्ड 6 से बाहर हैं.
अनेकों मतदाता ऐसे हैं जो रहते हैं किसी वार्ड में और नाम दर्ज दूसरे वार्ड में है. इससे एक गहरी साजिश की बू आती है l. जिसकी जांच अति आवश्यक है.
मैं साजिश का शिकार हुआ : अल्ताफ हुसैन
अल्ताफ हुसैन कहते हैं कि मेरा चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद ही मेरे खिलाफ साजिश रची गई और मेरा नाम मेरे वार्ड से बाहर कर दिया गया. वह बताते हैं कि विधानसभा के भाग संख्या 213 में मेरे परिवार का मतदाता क्रमांक 846 से 849 तक है. इस मतदाता सूची के सभी मतदाता वार्ड संख्या 18 के हैं. मात्र मेरा और मेरे बड़े भाई एकराम हुसैन का नाम इस सूची से हटा कर वार्ड संख्या 19 में दर्ज कर दिया गया है. जबकि मेरे परिवार के अन्य सदस्यों का नाम अब भी यथावत मूल स्थान पर है. अगर हम वार्ड 19 के निवासी हैं तो मेरा पूरा परिवार उस वार्ड में होना था, केवल हम दो भाइयों को दूसरे वार्ड में ले जाना एक साजिश ही है. अल्ताफ कहते हैं कि वह 1929 के रैय्यती खतियानधारी है. बीएलओ से मिलकर हमारे खिलाफ साजिश रची गई. जिसकी शिकायत हम जिला निर्वाचन पदाधिकारी से करेंगे. इसके लिए हमारे वकील को कागजात तैयार करने को कह चुके हैं.
मेरे खिलाफ भी रची गई थी साजिश : करन महतो
वार्ड संख्या 17 से पार्षद का चुनाव लड़ने वाले करण महतो कहते हैं कि चक्रधरपुर नगर परिषद में कुछ लोग हावी हैं, जो अपनी मर्जी के मुताबिक मतदाताओं को वार्ड आवंटित करते हैं. 2015 के चुनाव में मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ. मेरे वार्ड से मेरे परिवार का नाम ही हटा दिया गया. मैंने भरसक प्रयास किया लेकिन फिर नाम जुड़ नहीं पाया. जिस कारण मुझे चुनाव लड़ने से वंचित होना पड़ा. मैंने अपने मित्र विनय बर्मन को चुनाव लड़ा कर पार्षद बनाया. नगर परिषद और बीएलओ की कार्यप्रणाली की जांच होनी चाहिए एवं दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वर्तमान में मतदाता विखंडन की बहुत सारी शिकायतें आ रही है. जमीनी जांच के बाद विखंडन नहीं हुआ है, कमरे में बैठकर मतदाताओं को बांट दिया गया है. जिस कारण बड़ी संख्या में त्रुटि रह गई है.
कोइ साजिश नहीं रची गई : बीएलओ
अल्ताफ हुसैन की मतदाता सूची का विखंडन करने वाली बीएलओ बेला चक्रवर्ती का मानना है कि मतदाता विखंडन में कोई साजिश नहीं रची गई. वार्ड 18 का मतदाता सूची विखंडन मैंने ही किया. मेरी मूल प्रति में अल्ताफ और एकराम दोनों भाइयों का नाम वार्ड 18 में ही है. लेकिन जब नगर परिषद कार्यालय गए और वहां नए सिरे से रिवीजन करने को कहा गया तो जल्दबाजी में मानवीय भूल के कारण दोनों भाइयों का क्रमांक वार्ड 19 के बूथ संख्या 1 में दर्ज हो गया.