लातेहार: गारू थाना क्षेत्र के सरयू टीओपी अनतर्गत चोरहा पंचायत के डबरी गांव में ट्रिपल मडर से सन्नाटा छाया हुआ है। लोग इस घटना के बाद सहमे हुए है। परिजनों का कहना है कि रंजन पिछले 15 दिनों से टीक से व्यवहार नहीं कर रहा था। उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी, जिसके वजह से लातेहार से दवा लाकर उसे खिला रहे थे। पर कल उसने दवा नहीं खाया था। लगता है इसी वजह से उसका मानसिक स्थिति बिगड़ गया और उसने यह घटना को अंजाम दे दिया।
5 माह की गर्भवती थी अनुपा देवीं
डबरी ट्रिपल हत्याकांड की जानकारी देते हुए गांव के ग्रामीण जितेंद्र सिंह ने बताया कि हत्यारा की गौतनी अनूपा देवी 5 माह की गर्भवती थी।
वह अपने घरेलू कामकाज का निपटारा कर घर के पास स्थित कुएं मेंनहा रही थी। इतने में हत्यारा रंजन ने अपनी पत्नी से झगड़ा होने के बाद बीच बचाव में आई गोतनी अनुपा देवी पर कुल्हाड़ी से मारकर सिर धड़ से अलग कर दिया। इसके बाद उसने गोतनी का अधकटा सिर और धड़ को अपने हाथों से उठाकर कुआं में डाल दिया।
इस मंजर को देख कुएं के पास कपड़ा धो रही पड़ोसी मंसूरिया देवी हक्का-बक्का रह गई। परंतु हत्यारा ने निर्मम तरीके से पड़ोसी मंसूरिया देवी के सिर पर भी कुल्हाड़ी से कई बार किया और उसका भी शव कुएं में फेंक दिया।
बैल बांधकर बैठा था सुरजा उरांव, अचानक आया रंजन और कर दिया हमला: माता सुरजी
घटना के संबंध में जानकारी देते हुए हत्यारा रंजन की मां सुरजी देवी ने कहा कि हमर मझिला बैठा और पुतोह बाहर कमाए गईल हथिन उकरे घर में हमर पति सुरजा उरांव जंगल से लाकर बैल को बांधकर हमनी बैठल हलिएई, तभी पुरनका घर के तरफ से हमर मझिला बैठा रंजन आईल और अपन पिता सुरजा उरांव पर हमला कर देलई, हम उकर से बार बाल बोलत हलईए की अपन बाउजी के मत मर बेटा, पर उ ना सुनलई और हमरो मारे ला दउड़ गईल, जेकर बाद हम वहां से भाग गईलिए और झाड़ी में जान बचाकर छूब गईलिएई, नई तो वह हमरो मार देते हलई।
पूरे इलाके में छाया सन्नाटा
हत्यारा रंजन उरांव के द्वारा तीन लोगों के निर्मम हत्या की बात पूरे क्षेत्र में आग की तहर फैल गई। ग्रामीणों इस घटना के बाद सदमे में है।
ग्रामीणों ने कहा कि इससे पहले इस तरह की घटना हम सभी केवल सुनते थे, पर आज इस तरह की घटना हमारे क्षेत्र में हो जाने से समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर यह कैसे और क्यों हो गया। हम सभी डरे और सहमा महसूस कर रहे हैं।
हत्या कर घर में आराम से सोया था हत्यारा रंजन
हत्यारा का बहनोई दूधेश्वर उरांव ने बताया कि दो महिलाओं और अपने पिता की हत्या करने के बाद हत्यारा रंजन अपने घर पहुंचा और अंदर से दरवाजा के कुंडी लगाकर आराम से खाट पर सो गया। इधर ग्रामीणों द्वारा विभिन्न स्थानों पर हत्यारा की काफी खोजबीन की गई, लेकिन उसका कोई जानकारी नहीं मिल पाया।
वही जब ग्रामीण हत्यारा के घर गए तो देखा कि दरवाजा अंदर से बंद है, जिसके बाद ग्रामीण ने सीढ़ी के सहारे छप्पर पर चढ़कर खपड़ा को हटाया और हत्यारा में घर को सोया हुआ देख बाहर से दरवाजा की सिकड़ी लगा दी। इसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दे दी गई। सुबह जब पुलिस पहुंची तो दरवाजा खुलवाकर हत्यारे को घर से बाहर निकाल कर पुलिस ने गिरफ्त में ले लिया गया। और थाने ले गई।