लातेहार। विद्यालयों मे शिक्षकों की पदस्थापना करने की मांग को ले कर विभिन्न सामाजिक संगठनों के द्वारा स्कूली शिक्षा विभाग के सचिव उमा शंकर सिंह को सोमवार को एक ज्ञापन सौंपा गया है.
ज्ञापन में अर्थशास्त्री प्रो ज्यां द्रेज, सहायता केंद्र मनिका जेम्स हेरेंज व पचाठी सिंह, झारखंड ज्ञान विज्ञान समिति के विश्वनाथ सिंह, सहायता केद्र गारू के सोमवती देवी व राजू उरांव तथा शोधकर्ताा व परन अमितावा ने कहा कि झारखंड के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है. यह खबर आप झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। कुल 6900 सरकारी स्कूलों में एक अकेला शिक्षक है. इनमे से तकरीबन 6400 स्कूल प्राथमिक विद्यालय हैं.
इन विद्यालयों में अधिकांश बच्चे दलित और आदिवासी परिवारों से आते हैं. झारखंड के 30 प्रतिशत प्राथमिक विद्यालय एकल शिक्षक विद्यालय हैं. पिछले साल कई धरनों के बावजूद इन स्कूलों में अभी तक शिक्षक नियुक्त नहीं किये गये हैं. यूडीआईएसई वेबसाईट के अनुसार झारखंड के 30 प्रतिशत सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में मात्र एक शिक्षक हैं.
यह शिक्षा का अधिकार अधिनियम के खिलाफ है. शिक्षा का अधिकार अनियमिम में स्पष्ट है कि प्राथमिक विद्यालयों में कम से कम दो शिक्षक अवश्य होना चाहिए. इस अधिनियम के तहत हर उच्च विद्यालय में कम से कम पांच शिक्षक होने चाहिए. लेकिन झारखंड के 63 प्रतिशत उच्च विद्यालय में पांच शिक्षक नहीं हैं. उन्होने विद्यालयों में मानकों के अनुसार शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति करने की मांग की.