रांची: वामदलों के ओर से भुवनेश्वर प्रसाद मेहता की अध्यक्षता में वर्चुअल टेलिफोनिक मीटिंग हुई, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव भुनेश्वर प्रसाद मेहता, सहायक सचिव महेंद्र पाठक, कार्यालय सचिव अजय कुमार सिंह, सीपीआईएम के राज्य सचिव गोपी कांत बख्शी ,राज्य सचिव मंडल के सदस्य प्रकाश विप्लव, भाकपा माले के राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद, भुवनेश्वर केवट, मासस के केंद्रीय अध्यक्ष आनंद महतो , हलधर महतो के द्वारा संयुक्त रुप से कार्यक्रम तय किए गए । नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार महामारी में अवसर तलाशते हुए देश के उद्योगपतियों पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए लगातार राष्ट्रीय संपदा को रेल ,सेल कोयला, इस्पात, हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशनों ,सहित कई संपदाओं को बेचा जा रहा है । अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में काफी गिरावट के बावजूद देश में डीजल पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं। जिससे सभी तरह के आवश्यक वस्तुओं के दाम मे बढ़ोतरी हुई है। जिससे आम जनता का जीना दूभर हो गया है। केंद्र की मोदी सरकार 7 वर्षों में नोटबंदी, जीएसटी, तालाबंदी के माध्यम से अघोषित आपातकाल जैसी स्थिति पैदा कर दी है। देश में विदेशी कर्ज बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन केंद्र की मोदी सरकार अपनी शान शौकत को बढ़ाने के लिए कौड़ी के भाव में राष्ट्रीय संपदाओं को बेच रही है। पूरे राज्य में जन वितरण प्रणाली की व्यवस्था चरमरा चुकी है, गरीबों को 5 किलो अनाज मुफ्त देने की बात भी बेमानी साबित हो रही है । राज्य में दुकानदारों के द्वारा अधिकारियों की मिलीभगत से प्रति यूनिट 1 किलो अनाज कम दिया जा रहा है। पूरे राज्य में लाखों क्विंटल अनाज के घोटाले हो रहे हैं । केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण देश में लगातार महंगाई बढ़ रही है। जिससे आम जनता का जीना दूभर हो चुका है । मोदी सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है , इसीलिए वामदलों ने तय किया है कि 18 जून 2021 को राज्य के सभी जिलों प्रखंडों एवं गांव गांव में सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण बढ़ती हुई महंगाई के विरोध में धरना प्रदर्शन किया जाएगा , और बड़े पैमाने पर प्रेस कॉन्फ्रेंस ,प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया, के माध्यम से प्रचार प्रसार कर कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। कार्यक्रम की सफलता के लिए वामदलों के सभी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया गया है कि केंद्र सरकार कि 7 वर्षों की विफलता के कारण बढ़ती हुई महंगाई के विरोध में आम जनता को गोलबंद करें । उक्त कार्यक्रम कोविड-19 के गाइडलाइन को पालन करते हुए किया जायेगा।