विधायक सह झामुमो जिला अध्यक्ष ने की पीसी
रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर: झारखंड मुक्ति मोर्चा का पश्चिमी सिंहभूम जिलाध्यक्ष बनाए जाने पर चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव ने केंद्रीय नेतृत्व के प्रति आभार जताया है. मंगलवार को अपने बनमालीपुर स्थित आवास पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि पार्टी ने जिस उम्मीद के साथ उन्हें जिम्मेदारी सौंपी है, उसपर शत-प्रतिशत खरा उतरने का प्रयास करेंगे. सुखराम उरांव ने कहा पार्टी ने उन्हें बहुत कुछ दिया, लेकिन वह बदले में पार्टी को कुछ नहीं दे पाए. लेकिन अब उनकी कोशिश रहेगी कि पार्टी-संगठन को कुछ दिया जाए. कहा कि संगठन के माध्यम से सरकार की विकास योजनाओं को आम लोगों तक पहुंचाना और जिला मुख्यालय चाईबासा में पार्टी का भव्य कार्यालय का निर्माण कराना उनकी प्राथमिकता सूची में है. भावी योजनाओं पर चर्चा करते हुए कहा कि झामुमो के विचारधारा पर आस्था रखने वाले लोगों को संगठन से जोड़ने का काम करेंगे. इसमें वैसे लोग भी शामिल होंगे जो किसी कारण से पार्टी में निष्क्रिय है. कहा कि पार्टी को एकजुट और मजबूत बनाना है. इसके लिए जिले के सभी विधायकों से भी सहयोग और सलाह लेंगे. आगामी नगर निकाय एवं पंचायत चुनाव के संबंध में कहा सहमति बनाकर प्रत्याशी उतारेंगे. उनका लक्ष्य 2024 ही नहीं बल्कि 2029 का चुनाव भी है. इसके लिए उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कमर कस लें, चुनाव में विरोधियों को धूल चटाना है.
मालूम रहे कि जिला कमेटी में विधायक सुखराम उराँव जिलाध्यक्ष बनाये गए हैं. वहीँ इकबाल अहमद, दीपक प्रधान, दिनेश चन्द्र महतो को उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गयी है. जबकि सोनाराम देवगम पर पार्टी ने फिर विश्वास जताते हुए उसे सचिव घोषित किया है. वहीँ सुभाष बनर्जी को कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गयी है.
विधायक सुखराम उराँव ने झामुमो केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन और कार्यकारी अध्यक्ष सह सूबे के सीएम हेमंत सोरेन का धन्यवाद किया है. विधायक सुखराम उराँव ने कहा की मैं जब पार्टी में वापस लौटा तब पार्टी ने सिटिंग विधायक को हटाकर मुझे टिकट दिया. आज मैं विधायक हूँ तो बस इसी पार्टी की वजह से. इसलिए अब वक्त आ गया है की मैं इस पार्टी की सेवा करूँ.
मुझे जो दायित्व सौंपा गया है मैं उसे सफलता पूर्वक पूरा करूँगा. मेरी पहली प्राथमिकता है कि मैं इस जिले में झामुमो का एक जिला स्तरीय कार्यालय का निर्माण करूँ. पार्टी में अच्छे-अच्छे लोगों को जोड़ना, पार्टी का हर स्तर पर व्यापक रूप से विस्तार करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है. संगठन के जरिये सरकार की योजाओं को समाज के अंतिम पायदान में खड़े जनता तक पहुँचाना उन्हें उनका लाभ दिलाना पार्टी का काम होगा. आगे चुनौतियाँ बड़ी हैं लेकिन हर चुनौती को पार कर झामुमो को इतना मजबूत करेंगे की आनेवाले चुनाव में भी झामुमो को कोई हिला नहीं पायेगा. विधायक सुखराम ने आनेवाले नगर परिषद् चुनाव और पंचायत चुनाव को लेकर कहा की झामुमो पश्चिम सिंहभूम जिले में हर चुनाव को जीतने के लिए दृढ संकलिप्त होकर मैदान में उतरेगी. चक्रधरपुर नगर परिषद् चुनाव के लिए 20-20 लोगों की कमिटी हर वार्ड में पहले से ही तैयार है. 20 लोगों की कमिटी को 200 में कैसे बदला जाए इसकी भी रणनीति पर काम हो रहा है. नगर परिषद् चुनाव में जीत सुनिश्चित कर झामुमो मैदान में उतरेगी. शहरवासी जिस झामुमो दावेदार पर ज्यादा भरोसा करेंगे उसी को झामुमो समर्थन करेगी और चुनाव लड़ने और जितने में मदद करेगी. चुनाव दलीय आधार पर हो या सामान्य तौर पर चुनाव हो. हर परिस्थिति में यह सुनिश्चित रहेगा की झामुमो समर्थित प्रत्याशी की ही जीत चुनाव में हो. पंचायत चुनाव में तो झामुमो के आगे पश्चिम सिंहभूम जिले में कोई भी पार्टी टिक नहीं पायेगी. सब पर भारी पड़ेगी झामुमो. विधायक सुखराम उराँव ने साफ़ कर दिया है की बहुत जल्द चुनाव होने वाले हैं. इसलिए वे चुनाव लड़ने के रणनीति का ज्यादा खुलासा अभी नहीं करेंगे. समय आने पर धरातल पर सब नजर आने लगेगा.
उन्होंने कहा कि पार्टी सुप्रीमो दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने झारखण्ड अलग राज्य के लिए लड़ाई लड़ा था. आज राज्य में जनहित का कार्य कर राज करने की लड़ाई है. कल के झामुमो और आज के झामुमो में काफी अंतर है. पहले लोग झामुमो को आदिवासी पार्टी के रूप में देखते थे. लेकिन समय और परिस्थिति के बदलाव के साथ पार्टी पर विश्वास करने वाले लोगों की भी संख्या बढ़ी है.
आज पार्टी में आदिवासी के साथ साथ हर जाति धर्म के लोग शामिल हैं, जो कि पार्टी के बड़े बड़े पदों पर आसीन हैं. पार्टी को संगठनात्मक रूप से मजबूत करने का काम संगठन के लोग करेंगे जबकि विधायक अपना काम करेंगे. विधायक और संगठन दोनों अलग हैं. दोनों अपनी अपनी जिम्मेदारी संभालेंगे. संगठन से विधायक है विधायक से संगठन नहीं. इसलिए संगठन को मजबूत करने की दिशा में उनका काम और तेज गति से चलेगा.