रामगढ़। कृषि प्रौद्योगिकी अभिकरण आत्मा रामगढ़ के तत्वाधान में महिला किसान दिवस के अवसर पर कृषक-वैज्ञानिक अन्तर्मिलन
का आयोजन रामगढ़ प्रखंड के सभागार में किया गया ।इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र मांडू के कृषि वैज्ञानिक डॉ इंद्रजीत, विषयवस्तु विशेषज्ञ आशीष बालमुचू , महिला प्रसार पदाधिकारी पुष्पा एक्का, प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी विनीता सिंह, प्रभारी बीटीएम प्रभावती , बीटीएम रणधीर सिंह ,दिनेश रजवार, धर्मजीत ,प्रभारी बीटीएम आफताब निरंजन , संजय ,अजय कुमार शमशाद,गजाननद सिंह, शंकर एवं नीरज कुमार सिन्हा मौजूद थे
महिला किसानों में पतरातु प्रखण्ड से मित्रा देवी फोतन देवी ,कौशल्या देवी मांडू प्रखंड से हेमनी देवी वार्ड पार्षद नगर परिषद ,बागेश्वरी देवी ,रीना देवी ,सीता देवी दुलमी प्रखंड से शोखो देवी ,गीता देवी ,गोला प्रखंड से पूनम देवी ,खुशबू देवी ,पुष्पा देवी ,रामगढ़ प्रखंड से आशा महतो ,कांति देवी ,फुलवंती देवी, लीलावती देवी ,रेखा देवी, नैना देवी अलखो देवी बिलासो देवी एवं अन्य महिला किसान मौजुद थे।
इस अवसर पर डा ईन्दरजीत ने कहा कि देश को हर दिशा में आगे ले जाने में महिलाओं की भागीदारी अहम है आज महिलायें हर तरफ शीर्ष पर विराजमान है । इन्होंने महिला किसानों को समेकित कृषि प्रणाली अपनाकर अपने आय को बढ़ाने का सुझाव दिया साथ में धान की फसल काटने के बाद सरसों ,मसूर आदि फसल लगाने की भी जानकारी दी। महिला किसान जिनके पास खेती के लिए भूमि का अभाव है वह कृषि विज्ञान केंद्र से प्रशिक्षण लेकर मशरूम उत्पादन करने का प्रयास कर सकते हैं श्री आशीष बालमुचू ने महिला किसानों को बताया कि छोटे-छोटे कृषि तकनीकी अपनाकर किसी में लग रही लागत को कम कर सकते हैं जैसे अधिक वर्षा के समय वर्षा जल संरक्षण खेत के मेढो में फलदार वृक्ष या दरखत वाले पेड़ लगाकर खेत की फसल में लगने वाले कीट बीमारियों को कम कर सकते हैं जो कि हवा के द्वारा खेतों में आ जाता है।