नफ़रत और दंगा फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा : पंचदेव करमाली
रामगढ़ : असामाजिक तत्वों के खिलाफ बुद्धिजीवी मंच द्वारा नया नगर बरकाकाना स्थित दुर्गा मंडप के प्रांगण में एक आम सभा आयोजित की गई।
आम सभा में बरकाकाना क्षेत्र के सैकड़ों बुद्धिजीवीयों, अमन पसंद और न्याय पसंद नागरिकों की उपस्थिति हुई। बैठक की अध्यक्षता डॉ शाहनवाज खान ने किया और संचालन पंचदेव करमाली ने किया। यह खबर आप झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। मंच के अध्यक्ष प्रदीप करमाली ने सभा के प्रारंभ में विषय परिचय दिया और प्रवक्ता सुशील कुमार ने अंत में धन्यवाद ज्ञापन दिया।
मंच के सचिव डॉ शाहनवाज खान ने कहा कि क्षेत्र अशांत करने वाले आसाजिक तत्व को क्षेत्र की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि बरकाकाना क्षेत्र की जनता सदियों से शांति पसंद है, सकून पसंद और न्याय पसन्द है शांति, सकून और न्याय स्थापित करने के लिए आत्मनिर्भर है।
यहां त्योहारों को सभी जाति समुदाय के लोग सभी पार्टी के लोग और सभी गांव के लोग मिलजुल कर मनाते आए हैं। मंच के मुख्य संयोजक पंचदेव करमाली ने कहा कि कुछ आसाजिक लोग सामाजिक बनने का ढोंग करते हुए त्योहार की अगुवाई करते है और हमारे लोगों का इस्तेमाल कर हमें ही लड़ाते हैं।
दंगा फैलाने की कोशिश में नये नये प्रयोग करते हैं। ऐसे लोगों को पनपने नहीं दिया जाएगा। ज्ञात हो कि नयानगर बरकाकाना रामनवमी अखाड़ा में कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा बडकागांव विधायक सुश्री अंबा प्रसाद के साथ की गई दुर्व्यवहार, उनके सुरक्षा प्रहरी को की गई मारपीट और क्षेत्र को अशांत करने की कोशिश की गई। उक्त अप्रिय घटना के खिलाफ बुद्धिजीवी मंच द्वारा आम सभा आयोजित की गई।
आम सभा के माध्यम में सर्वसम्मति से निंदा प्रस्ताव पारित की गई और एक जत्थे से साथ बरकाकाना ओ पी पहूंच कर एक मांग पत्र दिया गया। मांग पत्र में मांग की गई कि उक्त घटना को अंजाम देने वाले लोगों को पुलिस तत्काल गिरफ्तार करें और विधि संवत कार्यवाई करे ताकि ऐसी घटना की पुनर्वृति न हो और क्षेत्र में शांति बना रहे।
आम सभा में देवकीनंदन बेदिया, रमेश प्रसाद यादव, जी एस राय, रामा मुंडा, गोविंद बेदिया, मुन्ना पासवान, चंद्रदेव दांगी, गिरिशंकर महतो, रविन्द्र मुंडा, प्रदीप चक्रवर्ती, देवकी बेदिया, हसीब अंसारी, नागेश्वर मुंडा, रामा ठाकुर, सफाकत अंसारी, क्यामुद्दीन अंसारी, मो, रुस्तम, अंसारी, प स स फरीद अंसारी, मुखिया मोकिम आलम, मुखिया शीतल बेदिया, संजय शर्मा, मीना राय, निशा परवीन, मदन दांगी, भीम महतो, भागीरथ महतो, राजेश बेदिया, गुड्डू कुमार, महेश मुंडा, दिनेश करमाली, भगवान सिंह, मुजफ्फर हुसैन, शिवशंकर बेदिया, एस एन सिंह, महेश मुंडा, आजाद अंसारी, निसार अहमद, गोपी बेदिया, कुलश्वर महतो, शिवसागर सिंह, रामेश्वर बेदिया, तृतियाल बेदिया, मंटू बेदिया, ताजुद्दीन अंसारी, मो अजहर, शिबू महतो आदि सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे।