गोड्डा से अभय पलिवार की रिपोर्ट
गोड्डा: करोना काल के बाद गोड्डा कॉलेज परिसर के अंदर की जमीन को हथियाने के लिए फिर से माफिया सक्रिय हो गए हैं। एक बार फिर गोड्डा कॉलेज कैंपस के मुख्य भवन के पास की जमीन पर भू माफिया ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया। भू माफिया के दुस्साहस को देखते हुए कॉलेज प्रशासन द्वारा पुलिस का दरवाजा खटखटाते हुए नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए निर्माण कार्य बंद करा दिया है।
कॉलेज प्रशासन द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी के बाद पुलिस इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी अशोक कुमार सिंह ने अपनी टीम के साथ स्थल का निरीक्षण किया और काम को तत्काल प्रभाव से बंद करा दिया ।
बताते चलें कि भूमाफिया द्वारा जहां निर्माण कार्य करने की चेष्टा की जा रही है , वह जमीन पूरी तरह कॉलेज कैंपस के अंदर है। इस जमीन पर आने जाने के लिए कोई रोड भी नहीं है। निर्माण कराने वाले व्यक्तियों ने गोड्डा कॉलेज की मिट्टी ,पानी आदि का भी अवैध उपयोग किया है ।इस बाबत भी प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
ज्ञात हो कि 1954 में स्थापित गोड्डा कॉलेज के पास 38 एकड़ जमीन है। बाउंड्री वॉल नहीं होने के कारण कॉलेज की जमीन हथियाने की चेष्टा की जाती रही है। कॉलेज प्रशासन ने जिला प्रशासन से शिकायत की है कि अवैध रूप से ट्रैक्टर का परिचालन किया जाता है। गोड्डा कॉलेज कैंपस में छात्र-छात्राओं को परेशान किया जाता है। किसी भी समय छात्र-छात्राओं एवं अवैध घुसपैठियों से संघर्ष की संभावना हो सकती है।
बताते चलें कि पिछले वर्ष अगस्त माह में राज्य सरकार एवं उपायुक्त भोर सिंह यादव के आदेश से गोड्डा कॉलेज को 1954 में दी गई जमीन की संपूर्ण मापी सरकारी स्तर से कराई गई थी। 40 दिनों तक चली इस मापी के बाद गोड्डा कॉलेज का सीमांकन पूरा हो गया है। प्रशासन ने अतिक्रमणकारियों को नोटिस भी दिया है ।एक और नोटिस के बाद अतिक्रमणकारियों को सरकारी स्तर से हटाने का कार्य शुरू किया जाएगा।इस मामले को राज्य सरकार का शिक्षा विभाग, सचिव स्तर से खुद मॉनिटरिंग कर रहा है। उपायुक्त के न्यायालय में भी जमीन संबंधी कुछ मामले की सुनवाई चल रही है।गोड्डा कॉलेज का सीमांकन पूरा हो जाने के बाद, जिस जमीन पर अभी अवैध निर्माण कार्य बंद कराया गया, वह पूरी तरह गोड्डा कॉलेज के कैंपस के अंदर आता है।सरकारी स्तर पर दिए गए नक्शे में भी यह स्पष्ट तौर पर दिख रहा है।