बोकारो से जय सिन्हा
बोकारो: जनवृत 5 स्थित चिन्मय मिशन बोकारो में आज शाम बड़े धूमधाम से हनुमान जयंती मनाई गई।
इस शुभ अवसर पर मिशन की आवासीय आचार्या परमपूज्या स्वामिनी संयुक्तानंदा सरस्वती ने पवनपुत्र हनुमान लला की पूजा अर्चना की। यह खबर आप झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। तत्पश्चात स्वामिनी जी के मार्गदर्शन में भक्तों की भारी भीड़ ने सुरमय संगीत के साथ सम्वत स्वर में 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया , साथ ही श्री हनुमानजी के 108 नामों का उच्चारण किया गया।और उनसे प्रार्थना की कि पूरे विश्व का कल्याण हो।
इसके बाद स्वामिनी संयुक्तानंदा जी ने हनुमान जी के विभिन्न रूपों तथा गुणों का वर्णन किया। उन्होंने हनुमान चालीसा पाठ के आध्यात्मिक महत्व पर प्रकाश डाला। हनुमानजी की साधना-आराधना का अर्थ है प्रभु श्रीराम की आराधना। वे प्रभु श्रीराम के दुलारे , प्रिय एवम परमभक्त है।
अष्ट सिद्धि और नवनिधि के दाता है, श्रद्धापूर्वक नित्य हनुमानजी की आराधना से, हनुमान चालीसा पाठ करने से बल, बुद्धि, विनम्रता एवम दिव्य शक्ति की प्राप्ति होती है। इसलिए इस घोर कलिकाल में हनुमान चालीसा पाठ, उनकी पूजा अर्चना, साधना अमोघ है, अमृत के समान है। हनुमानजी सभी कष्टों को हरने वाले हैं।
हनुमान चालीसा या हनुमान मंत्र का जाप करने से मानसिक शांति और सांत्वना मिल सकती है। वे आपके मन को स्थिर और प्रसन्न करते हैं। · बल: हनुमान जी की पूजा से भक्त को शक्ति और उत्साह मिलता है। प्रातः चिन्मय विद्यालय में भी हनुमान चालीसा का पाठ का आयोजन किया गया था।
पूरी श्रद्धा एवम भक्तिभाव से पूजा अर्चना एवम पुष्पांजलि के बाद सभी भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया गया। इस शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि श्रीमती देबजानी मिश्रा एवं ए श्री सी आर मिश्रा( सी जी एम, मेटेरियल, बोकारो स्टील प्लांट, सेल) चिन्मय मिशन अध्यक्ष बिश्वरूप मुखोपाध्याय, विद्यालय कोषाध्यक्ष आर एन मल्लिक, प्राचार्य सूरज शर्मा, चिन्मय मिशन बोकारो के सचिव हरिहर राऊत, उप प्राचार्य नरमेंद्र कुमार , रेनबो पब्लिक स्कूल के प्राचार्य विपुल सिंह, पूर्व प्राचार्य डॉ अशोक सिंह, चिन्मय विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाएं एवम सदस्यों , के साथ साथ चास बोकारो के सैकड़ों श्रद्धालु एवम मिशन के सदस्य उपस्थित थे। संगीत विभाग के सिबेन चक्रबर्ती, जय किशन राठौड़, पद्मावती घड़ई, रूपक झा, दिनेश कुमार, पंकज कुमार मिश्रा ने संगीत से पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया।