संवाददाता बरही
बरही (हजारीबाग) : अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आज जब कोरोना महामारी के गिरफ्त में भारत सहित सारा विश्व प्रभावित है। ऐसे समय में प्रतिरोधक क्षमता या इम्यूनिटी बढ़ाए जाने के महत्व नजदीक से आम जनता ने अनुभव का साक्षात्कार किया है। वर्तमान समय में आवश्यकता को देखते हुये आज भारत के बहुसंख्यक आबादी योग को अपने दिनचर्या में शामिल किए हैं। योग के लाभ देखकर पूरी दुनिया ने इस जीवन शैली में अपने आप को ढालने का प्रयास कर रहे है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है, कि योग का अभ्यास आज कहीं भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको किसी बाहरी उपकरण की आवश्यकता नहीं है। यह शारीरिक, मानसिक एवं भावनात्मक रूप से मजबूत बनाने की प्रक्रिया है। उक्त बातें नियमित योग पर बल देने वाले बरही के पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव ने कही। योग करने के दौरान उन्होंने कहा कि योग का नियमित अभ्यास से आपके मेटाबॉलिज्म को सुधरता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। योग केवल आसन ही नहीं है, इसे आर्ट ऑफ हैप्पीनेस के रूप में भी जाना जाता है। योग के माध्यम से हमारे शरीर के भीतर सकारात्मक रसायन उत्पन्न होते हैं। जिससे हमें नई ऊर्जा भी मिलती है। और हम तनावमुक्त महसूस करते हैं। आज जन-जन तक योगा के माध्यम से स्वास्थ्य की अलख जगाई जा रही है। योग के विद्वानों ने लिखा है की योगा वृक्ष के पांच फल है आरोग्यता, फुर्ती, सुगठन, निर्भयता और आनंद। साथ ही बताया कि 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस भी मनाने के इस भारतीय संस्कृति के प्राचीन परंपरा के विरासत को संयुक्त राष्ट्र संघ में मान्यता दिलाने का श्रेय तो परमहंस योगानंद को जाता है। लेकिन यह इस दिन विज्ञान को विश्व पटल पर लोकप्रिय बनाने का श्रेय अनेक ऋषि-मुनियों को जाता है। इसमें बाबा रामदेव व इसे बढ़ावा देने एवं उत्साहित करने के प्रयास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बड़ा योगदान है।