गोड्डा: ग्रामीण विकास ट्रस्ट- कृषि विज्ञान केंद्र के सौजन्य से ग्राम भेलवा में भारत अमृत महोत्सव के तहत किसान गोष्ठी एवं विशेष स्वच्छता अभियान कार्यक्रम आयोजित किया गया। वरीय वैज्ञानिक-सह-प्रधान डॉ रवि शंकर ने किसानों को प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना एवं किसान क्रेडिट कार्ड के विषय में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसानों को मजबूत बनाने और उनके कर्ज का बोझ कम करने के लिए सरकार कई अहम कदम उठा रही है। किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले साल एलान किया था कि देश के 2.5 करोड़ किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) दिए जाएंगे। इनके जरिए 2 लाख रुपए तक की राशि दी जाएगी। सरकार किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए किसानों के लिए लोन लेना भी आसान कर दिया है। किसान क्रेडिट कार्ड बैंक जारी करते हैं। सरकार का पहला मकसद किसानों को खेती से जुड़ी चीजों जैसे-खाद, बीज, कीटनाशक इत्यादि की खरीद करने के लिए लिए कर्ज उपलब्ध कराना है। दूसरा मकसद किसानों को साहूकारों से कर्ज लेने की जरूरत न पड़े, जो मनमाने ब्याज की वसूली करते हैं। किसान क्रेडिट कार्ड के तहत लिया जाने वाला कर्ज सस्ता होता है, बशर्ते लोन को समय पर चुका दिया जाए। पौधा सुरक्षा वैज्ञानिक डाॅ सूर्यभूषण ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना छोटे और सीमांत किसानों को ध्यान में रखकर मोदी सरकार ने साल 2018 शुरू की थी। इस योजना के तहत एक साल में 3 किस्तों में किसानों को सरकार 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता करती है। हर 4 महीने में किसानों के अकाउंट में 2,000 रुपये ट्रांसफर किए जाते हैं। अब तक किसानों के अकाउंट में 8 किस्तों में पैसे भेजे जा चुके हैं। 12 करोड़ किसानों को इस योजना के जरिए जोड़ा जा चुका है।
इस योजना में कई ऐसे किसान शामिल हो गए हैं, जो इस योजना के नियम और शर्तों को पूरा नहीं करते हैं और पीएम किसान का लाभ उठा रहे हैं।
सस्य वैज्ञानिक डाॅअमितेश कुमार सिंह ने स्वच्छता के विषय में चर्चा करते हुए कहा कि स्वच्छ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निर्माण होता है, इसलिए स्वच्छता मनुष्य, पशु एवं पेड़-पौधों के लिए अत्यंत आवश्यक है। नियमित रूप से साफ-सफाई करने से भयंकर बीमारियों जैसे-मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, हैजा, फाईलेरिया, चेचक, कालाजार तथा कोरोना से मानव जीवन को बचाया जा सकता है। इसी प्रकार जानवरों को टीका लगवाने से साफ-सुथरा रखने से खुरपका- मुहपका, ब्लैक कार्टर, लंगड़ी, गलघोंटू, छेरा रोग से बचाया जा सकता है। खर-पतवार, बिछावन, घरेलू अपशिष्ट पदार्थों को गोबर के साथ मिलाकर सड़ा-गला कर जैविक खाद तैयार करने की जानकारी दी गई। मौसम वैज्ञानिक रजनीश प्रसाद राजेश ने मौसम सम्बन्धित मुख्य जानकारी जैसे- बारिश, मेघ गर्जन, ठनका गिरना, बिजली चमकना, मेघदूत एवं दामिनी एप के विषय में विस्तारपूर्वक बताया। मौसम आधारित खेती करने की सलाह दिया। भेलवा गांव के दुर्गा मंदिर की साफ-सफाई की गई। मौके पर वसीम अकरम, अमृत लाल सिंह, अनिरूद्ध सिंह, विभु सिंह, तुलसी सिंह, अनीता देवी, सुशीला देवी, रेखा देवी चिन्ता देवी आदि प्रगतिशील किसान कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।