खूंटी: झारखंड में पहला दो ब्लू एस्ट्रोटर्फ मैदान 10 करोड़ की लागत से बनकर तैयार है। बिरसा कॉलेज परिसर और एस एस प्लस टू के परिसर में बना ब्लू एस्ट्रोटर्फ अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाया गया है। पूर्व में खूंटी में एक ग्रीन एस्ट्रोटर्फ था। बता दें कि नवनिर्मित दो ब्लू एस्ट्रोटर्फ के निर्माण कार्य पूर्ण होने के साथ ही जिले में पहली बार राष्ट्रीय स्तर का हॉकी टूर्नामेंट आयोजित किया जा रहा है।
जिले के उपायुक्त शशि रंजन ने बताया कि ईस्ट जोन राष्ट्रीय बालक बालिका हॉकी प्रतियोगिता की तैयारी को लेकर तैयारियां अंतिम चरण पर है और जिले के लिए यह गौरव की बात है यहां खेल प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए विभिन्न स्तर पर आवश्यक जिम्मेवारियां अलग अलग पदाधिकारियों को दी गयी हैं। झारखंड हॉकी एसोसिएशन और जिला हॉकी एसोसिएशन भी जिला प्रशासन के साथ संयुक्त रूप से तैयारियों को अंतिम रूप देने में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
राष्ट्रीय स्तर की होने वाली हॉकी टूर्नामेंट में कुल 13 टीमें भाग लेंगी जिसमें 273 प्रतिभागी, एंपायर और प्रशिक्षक शामिल है सभी खिलाड़ियों की सुविधा के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं।
खूंटी जिले में पहली बार आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता से स्थानीय खिलाड़ियों को भी सहयोग मिलेगा और खेल गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। विभिन्न राज्यों से आ रहे खिलाड़ियों को भगवान बिरसा मुंडा की ऐतिहासिक जन्मस्थली का भ्रमण भी किया जाएगा।
ब्लू एस्ट्रोटर्फ में राष्ट्रीय स्तर की हॉकी प्रतियोगिता के आयोजन से स्थानीय खिलाड़ियों की प्रतिभा का बेहतर विकास होगा। राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप ब्लू एस्ट्रोटर्फ के बनने से जिले में पहली बार अंतरराष्ट्रीय हॉकी मैच का आयोजन किया जा रहा है।
19 मार्च से 26 मार्च तक चलने वाले हॉकी प्रतियोगिता में हॉकी प्रतियोगिता में 9 राज्यों के खिलाड़ी भाग लेंगे खूंटी जिला प्रशासन ने 8 दिनों तक चलने वाले खेलो इंडिया की तैयारी लगभग पूर्ण कर ली है। खूंटी जिले के लिए यह गौरवपूर्ण अवसर है खूंटी जिले में दो स्टेडियम ब्लू एस्ट्रोटर्फ अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाए गए हैं।
खूंटी हॉकी एसोसिएशन के सचिव दशरथ महतो ने बताया कि हॉकी के लिए 1928 से ही खूंटी प्रसिद्ध रहा है राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खूंटी के कई खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुके हैं।
1928 में जयपाल सिंह मुंडा की कप्तानी में भारत को पहला स्वर्ण पदक प्राप्त किया था। साथ ही गोपाल भेंगरा, बिमल भेंगरा, सावित्री पूर्ति, पुष्पा प्रधान, ओलंपियन निक्की प्रधान समेत कई खिलाड़ी हॉकी में अपना नाम कमा चुके हैं। पूर्वी जोन के खिलाड़ियों के बीच चलने वाले प्रतियोगिताओं से हॉकी की प्रतिभाओं को और अधिक निखरने का अवसर मिलेगा।
9 राज्यों से आने वाले सभी खिलाड़ियों के रहने की भी उचित व्यवस्था कर ली गई है इसके अतिरिक्त जिले में विधि व्यवस्था को लेकर भी प्रशासनिक तैयारियां लगभग पूर्ण है। खूंटी जिले में पहली बार आयोजित होने वाले पूर्वी जोन के अंतरराज्यीय हॉकी टूर्नामेंट से आम और खास सभी उत्साहित हैं।