ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की ओर से कर्नाटक विस चुनाव के लिए जारी पर्यवेक्षकों की सूची में झारखंड के मात्र एक कांग्रेसी शामिल
गोड्डा से अभय पलिवार की रिपोर्ट
गोड्डा: अगले माह मई में होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस समिति द्वारा पर्यवेक्षकों की सूची जारी कर दी गई है।
पर्यवेक्षकों की सूची में झारखंड से सिर्फ एक नाम शामिल है। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की सचिव सह महागामा विधानसभा क्षेत्र की विधायक दीपिका पांडेय सिंह पर कांग्रेस नेतृत्व ने एक बार फिर विश्वास करते हुए उन्हें कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए ऑब्जर्वर नियुक्त किया है।
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति द्वारा कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए पर्यवेक्षक के रुप में 34 नेताओं की सूची जारी की गई है, जिसमें 5 सिर्फ बेंगलुरु शहर के लिए नियुक्त किए गए हैं।
पर्यवेक्षकों की सूची में झारखंड से सिर्फ विधायक दीपिका पांडेय सिंह को स्थान दिया गया है। इसके पूर्व विधायक श्रीमती दीपिका को उत्तराखंड राज्य का सह प्रभारी भी बनाया गया था। बीते हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेतृत्व ने विधायक दीपिका पांडेय सिंह को कुछ विधानसभा क्षेत्रों का पर्यवेक्षक नियुक्त किया था।
जानकार सूत्रों के अनुसार, उत्तराखंड एवं हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेतृत्व द्वारा सौंपी गई जिम्मेवारी का विधायक श्रीमती दीपिका ने सफलतापूर्वक निर्वहन किया था। उनकी क्षमता को आंकते हुए पार्टी नेतृत्व ने उन्हें कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए भी महत्वपूर्ण जिम्मेवारी सौंपी है।
कांग्रेसी हलकों में चर्चा है कि सांगठनिक क्षमता से लैस ऊर्जावान विधायक श्रीमती दीपिका की चुनावी कौशलता को अच्छी तरह से भांपने एवं परखने के बाद कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए महत्वपूर्ण जिम्मेवारी के योग्य समझा है।
बताते चलें कि अगले माह होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी काफी गंभीर है। दक्षिण भारत के एकमात्र राज्य कर्नाटक की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल करने एवं अपनी पार्टी की सरकार बनाने के लिए कांग्रेस नेतृत्व जोर शोर से लगा हुआ है।
अपनी चुनावी रणनीति को सफलता के अंजाम तक पहुंचाने के लिए कांग्रेस नेतृत्व की ओर से सांगठनिक क्षमता में निपुण पर्यवेक्षकों की टीम बनाई गई है।
कांग्रेस में राहुल गांधी टीम की महत्वपूर्ण सदस्य के रूप में चर्चित विधायक श्रीमती दीपिका को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से ऑब्जर्वर नियुक्त किए जाने पर कांग्रेसी नेताओं में खुशी की लहर है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता आत्मा पांडेय, अरविंद झा, मुन्ना राजा, राकेश रंजन सिंह, रोबिन मिश्रा, अवधेश ठाकुर आदि का मानना है कि कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व ने विधायक श्रीमती दीपिका को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का पर्यवेक्षक नियुक्त कर महागामा का मान बढ़ाने का काम किया है।
इन नेताओं को विश्वास है कि विधायक श्रीमती दीपिका की सांगठनिक कार्यकुशलता का लाभ कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को अवश्य मिलेगा। दक्षिण भारत के इकलौते राज्य कर्नाटक के सत्ता सिंहासन पर आसीन भाजपा भ्रष्टाचार, बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, वादाखिलाफी के बोझ तले धाराशाई हो जाएगी। कर्नाटक में भाजपा की सत्ता की कमजोर कुर्सी का पाया गिराने के लिए ही कांग्रेस नेतृत्व ने सांगठनिक क्षमता से लैस पर्यवेक्षकों को चुनावी जिम्मेवारी सौंपी है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा सांसद निशिकांत एवं कांग्रेस विधायक दीपिका की होगी अग्निपरीक्षा
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में गोड्डा की राजनीति से पक्ष एवं विपक्ष से जुड़े दो नेताओं की सांगठनिक क्षमता की परीक्षा होगी। यह अजीब संयोग है कि गोड्डा की राजनीति में एक- दूसरे पर हमलावर रहे दो नेता कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी-अपनी पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए सारी ताकत झोकेंगे।
हम बात कर रहे हैं गोड्डा लोकसभा क्षेत्र के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे एवं गोड्डा लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत महागामा विधानसभा क्षेत्र की कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह की।
हाल के कुछ महीनों के दौरान भाजपा सांसद एवं कांग्रेस विधायक के बीच जोरदार शब्द बाणों की बौछार हुई है। वार एवं पलटवार का गंभीर दौर चला है। एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिए दोनों नेताओं एवं उनके समर्थकों ने कोई कोर कसर नहीं रख छोड़ी है।
वहीं अब दोनों नेता कर्नाटक में अपनी अपनी पार्टी की चुनावी सफलता के लिए सक्रिय हो गए हैं। भाजपा सांसद श्री दुबे तीन-चार दिन पूर्व से कर्नाटक की चुनावी राजनीति में भाजपा के लिए संभावनाओं का द्वार खटखटा रहे हैं।
फिलवक्त श्री दुबे कर्नाटक के गुलबर्गा इलाके में मझधार में फंसी पार्टी की चुनावी नौका को पार लगाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस विधायक श्रीमती पांडेय भी बहुत जल्द कर्नाटक की चुनावी राजनीति में भाजपा का बोरिया बिस्तर समेटने के लिए सक्रिय होने जा रही हैं।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम से यह स्पष्ट होगा कि गोड्डा लोकसभा क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले दोनों परस्पर विरोधी नेता अपनी अपनी पार्टी के लिए कितनी सफलता अर्जित कर पाते हैं।