सरायकेला से भाग्य सागर सिंह की रिपोर्ट
सरायकेला: सरायकेला के प्राचीन जगन्नाथ मंदिर परिसर पर रविवार को श्री जगन्नाथ सेवा समिति की एक बैठक समिति अध्यक्ष सिद्धार्थ शंकर सिंह देव उर्फ राजा सिंह देव की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
आज की बैठक में मुख्य रूप से आगामी 10 मई को अक्षय तृतीया पूजन सहित भगवान जगन्नाथ के रथ निर्माण को लेकर समिति पदाधिकारी, सदस्यों एवं जगन्नाथ भक्तो द्वारा विचार विमर्श किया गया। यह खबर आप झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। आगामी 10 मई , शुक्रवार को प्रातः 8:00 बजे रथ निर्माण का श्री गणेश किया जायेगा। मंदिर की साफ सफाई के साथ कारीगर व निर्माण कार्य में यजमान के रूप में पूर्व सचिव सह जगन्नाथ सेवक कार्तिक कुमार परिच्छा को प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी तैयार रहने को कहा गया।
समिति द्वारा इस बार रथ की आवश्यक मरम्मती के साथ एक नए रथ निर्माण हेतु भी महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। जिस पर समिति द्वारा आने वाले दिनों सर्वसहमति से ठोस निर्णय लिया जाएगा तथा इस निर्णय को अमली जामा पहनाया जायेगा। बैठक में इस बात पर भी चर्चा किया गया कि तत्कालीन बिहार सरकार एवं मौजूदा झारखंड सरकार के कार्यकाल में सरायकेला रथयात्रा हेतु किसी भी प्रकार का आर्थिक सहयोग नहीं किया जाता है। सरायकेला रथयात्रा के साथ राज्य सरकार का यह सौतेला व्यवहार है।
चर्चा में यह भी कहा गया कि देशी रियासत के विलय दस्तावेज में उड़ीसा की संस्कृति की तरह स्थानीय परंपराओं का निर्वाह करना तत्कालीन शासक एवं गवर्नर जनरल के इकरार नामे दिनांक 15/12/1947 , स्थल कटक में उल्लेख है।
बैठक में सेवा समिति के अध्यक्ष राजा सिंहदेव , पूर्व अध्यक्ष बादल दुबे, सचिव पार्थसारथी दास, पूर्व सचिव कार्तिक कुमार परिच्छा , गणेश सतपथी , राजेश मिश्रा , कोल्हू महापात्र, परशुराम कवि, अजय साहु , चित्रा पटनायक एवं सुमित महापात्र सहित अन्य जगन्नाथ भक्त उपस्थित थे ।