खूंटी: अड़की के तायरबेड़ा में हुए दंपति हत्याकांड का खुलासा खूंटी पुलिस ने 5 दिन के भीतर सुलझा लिया है। 55 वर्षीय डोगे मुंडा और उसकी पत्नी 50 वर्षीय कैरो समद की हत्या उसी की गांव निवासी दुलु सोय ने टांगी से काटकर कर दी थी। आरोपी दुलु सोय ने दम्पत्ति को सिर्फ इसलिए मौत के घाट उतार दिया क्योंकि डोगे मुंडा आरोपी दुलु सोय को मजाकिया अंदाज में टोका टोकी करता था। आरोपी का पत्नी वार्ड पार्षद है जिसका दबदबा गांव में होने के कारण ग्रामीणों ने चुप्पी साधे रखी लेकिन पुलिस ने आरोपी को उसके गांव से ही गिरफ्तार किया और हत्या के कारणों का खुलासा किया है।
हत्याकांड का खुलासा करते हुए डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि गिरफ्तार हत्यारोपी ने स्वीकृति बयान में बताया कि मृतक दंपती आरोपी को अक्सर कुछ न कुछ बातों से उसे रोकटोक करने के साथ साथ बॉस बनते हो,हीरो बनते हो इस तरह के शब्दों से बुजुर्ग दंपति आरोपी को बुलाता तो जो आरोपी को नागवार गुजरता था लेकिन कभी आरोपी उसे कुछ नही कहता लेकिन अचानक 24 की रात जब आरोपी बाहर से गांव पहुंचा तो बुजुर्ग ने फिर से टोकाटाकी की जिसके बाद आरोपी ने मृतक के घर से ही टांगी निकाली और बुजुर्ग को मौत के घाट उतार दिया जबकि उसकी पत्नी बचाने पहुंची तो उसे भी आरोपी ने मौत के घाट उतार दिया और फरार हो गया। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी गांव से ही की है। डीएसपी ने बताया कि आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि एक अन्य हत्याकांड में भी दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
28 जुलाई को हुए भूत गांव में देवीपीड़ी नामक युवक का शव बरामद किया गया था। इस हत्याकांड को भी आपसी विवाद के कारण अंजाम दिया गया। डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि इस हत्याकांड में भी आरोपी अलदेव मुंडा और बहादुर मुंडा आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता रहता था। खासकर चोरी और लूटपाट जैसी घटनाओं में संलिप्त रहने के कारण मृतक देवीपीड़ी उसे मना करता था लेकिन वो मानने को तैयार नही था। आखिर उसे मौत के घाट उतार दिया गया। मारंगहादा और अड़की में हुए तीनो हत्याकांड में मामूली विवाद के कारण अंजाम दिया गया।