कई राज्य एवं जिले से कार्यशाला में जुटे लोग
इचाक से कुलदीप कुमार की रिपोर्ट
हजारीबाग : आनंदपुरी कलौनी में प्रगतिशील मगही समाज का एकदिवसिय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें हजारीबाग चतरा, कोडरमा, गिरीडिह, गया, पटना, औरंगाबाद से सैकड़ों लोगा ने भाग लिया। कार्यशाला के मुख्य अतिथि श्री सुशील रंजन ने कहा कि मगध का इतिहास से मगध का गौरव गाथा जाना जा सकता है। कभी आर्थिक, समाजिक और राजनीतिक दृष्टि से समृद्ध रहा मगध आज हर क्षेत्र में पिछड गया है। चाणक्य, चन्द्रगुप्त जैसे नीति पराथण और सेवा पराथण लोग से पवित्र मगध आज भ्रष्ट, स्वार्थी, सतालोलुप नेता के कुकर्म से लथपथ है। मगही समाज के महासचिव रवि प्रसाद ने कहा कि देश आजादी के बाद पुँजीवाद के भोगवादी और मुनाफाखोरी माडल को अपनाकर बेकारी और अपसंस्कृति को बढ़ावा दिया जा रहा है।मगही समाज के पंचशाख सचिव देवकी प्रसाद ने कहा कि मगध खनिज संसाधन से भरा पडा एवं उपजाऊ कृषि क्षेत्र होने के बाबजूद व्यवस्था दोष और अनैतिक नेतृत्व के कारण रोजी के लिए घर परिवार छोड़कर लोग पलायण कर रहे है और वहाँ महानगरो से उन्हें अपमानित किया जाता है और भगाया जाता है। संयुक्त सचिव प्रमोद कुमार महया ने कहा कि मगध के प्रत्येक राजस्व ग्राम के सहकारिता के अन्तर्गत लाकर विकेन्द्रीत अर्थव्यवस्था लागू किया जाय।
वित सचिव दिलीप ठाकुर एवं बालेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि मगध से बाहर जानेवाला तमाम कच्चा माल पर रोक लगे और तैयार माल बाहर जाय जिससे स्थानीय लोगों को शतप्रतिशत रोजगार मिलेगा और पलायण रूकेगा। जिला सचिव धनंजय कुमार ने कहा कि सत्ता परिवर्तन का खेल पिछले 73 वर्षों से दो रह पर समस्या का समाधान नही हुआ अतः व्यवस्था परिवर्तन चाहिए जिला संगठन सचिव मनोज मेहता ने कहा कि कृषि को उद्योग का दर्जा दिया जाया। खेती पर आधारित उद्योग खोलकर स्थानीय लोगों को सत प्रतिशत रोजगार दिया जाय। उपरोक्त सारी समस्याओं का समाधान युगदृष्टा, यग मनीषि श्री प्रभात रंजन ।कार्यशाला को सफल बनाने में निम्नलिखित लोगो ने सहयोग किये – डॉ० सुरेश कुमार साव, सुरेश प्रसाद, बीरेन्द्र रजक, राजू रजक, रवि सोनी, जगदेव गुप्ता, मुरली ठाकुर, शिवशंकर प्रसाद, बैजनाथ वर्मा, शंभु कुमार, अयोध्या प्रसाद, ओम प्रकाश मेहता, नेमीचन्द्र प्रसाद, तापेश्वर प्रसाद इत्यादि ।