- ग्रामीणों की मांग पर अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन ने चलाया बुलडोजर
बरही से प्रमोद विश्वकर्मा और बिपिन बिहारी पाण्डेय की रिपोर्ट
बरही (हजारीबाग) : बरही चौक के समीप गया रोड़ में सड़क अतिक्रमण एवं एक वाहन के चालक की लपरवाही के कारण मल्लाहटोली का 10 वर्षीय एक बालक की जान चली गई।
दुर्घटना शुक्रवार की रात करीब 9:30 बजे की है। मृतक मल्लाह टोली निवासी शिवा निषाद का 10 वर्षीय पुत्र समर कुमार निषाद है। दुर्घटना के संबंध में बताया जाता है कि बरही चौक से समर कुमार निषाद अपना घर पैदल जा रहा था। यह खबर आप झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। इस दौरान गया रोड़ स्थित एक्सिस बैंक के पास एक कार (जेएच 01 डीक्यू 3076) रुकी और ड्राइवर ने अचानक कार का गेट खोल दिया, कार के गेट के झटके से बालक समर सड़क पर गिर गया और पीछे से आ रहा एक कंटेंनर ट्रक ने उसे चपेट में ले लिया।
गंभीर अवस्था में उसे इलाज के लिए बरही अनुमण्डलीय अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया। समर के परिजन गंभीर स्थिति को देखते हुए एंबुलेंस से रांची ले गए। रांची में इलाज के दौरान रात्री में ही उसकी मौत हो गई। इधर दुर्घटना को लेकर गुस्साए लोगों ने कार को सड़क पर पलट दिया और कुछ देर के लिए सड़क जाम कर दिया।
इस बीच चौपारण के कार चालक 22 वर्षीय लोकेश यादव को कुछ अक्रोशित लोगों ने पिटाई भी कर किया, जिसे घायल हालत में अनुमंडलीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार बाद बेहतर इलाज के लिए कार चालक को सदर अस्पताल रेफर किया गया। इधर मौके पर पुलिस ने ट्रक और कार को जब्त कर थाना लाई है।
ड्राइवर को भी हिरासत में ले लिया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। वहीं शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद बालक समर का शव आते ही परिजन दहाड़ मार मार कर रोने लगे। बालक समर बरही भामाशाह विद्यालय में कक्षा 5वीं का छात्र था। मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि सड़क पर अतिक्रमण के कारण अक्सर सड़क दुर्घटनाऐं हो रही है।
पिछले 7 माह में गया रोड एक्सिस बैंक के पास एक महिला और दो बच्चों की मौत हो चुकी है। घटना स्थल पर रात्री में हो हंगामा को देखते हुए एससीडीपीओ सुरजीत कुमार, सीओ रामनारायण खालखो, थाना प्रभारी पुलिस इंस्पेक्टर चंद्रशेखर कुमार दलबल के साथ पहुंचकर मामला को शांत कराया। इस दौरान पदमा थाना प्रभारी भी दलबल के साथ पहुंच कर मामला शांत करवाने में योगदान दिया। घटना को लेकर बरही में शोक की लहर है वहीं परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।