लोहरदगा नगर परिषद के सफाई कर्मी व नप के बाबू लोग कर रहे है इसमे मदद
लोहरदगा : शहर के बीचों बीच में स्थित प्राचीन बुच्चा तलाब पर भूमाफियाओ की नजर है। इसमें उनकी मदद लोहरदगा नगर परिषद के सफाई कर्मी व नप के बाबू लोग कर रहे है। एक साजिश के तहत इस तालाब को भरा जा रहा है जिससे इस तालाब की अस्मिता खतरे में है। इस तालाब के जीर्णोद्धार के लिए अबतक कोई ठोस पहल नहीं किया गया है। भूमाफिया नगर परिषद की मिलीभगत से इस तालाब को भरने में लगे है। शहर से निकले कचरा को इस तालाब में चोरी छिपे डंप किया जा रहा है। कई बार इसकी शिकायत नगर परिषद के अधिकारियों से करने के बावजूद भी इसपर कोई कार्रवाई नही किया गया है आसपास के लोग भी घरो से निकले कचरे को इस तालाब में फेकने से गुरेज नहीं करते हैं।वही इस तालाब के अगल बगल में सब्जी की कई दुकानें लगती है। सब्जी विक्रेता अपने खराब सब्जी व कचरे को भी इसी तालाब में फेंक देते हैं। इस तालाब से सटा एक नामचीन हॉस्पिटल भी है। हॉस्पिटल से निकला कचरा भी इसी में फेंक दिया जाता है। बुच्चा तालाब के संरक्षण के लिए तत्कालीन उपायुक्त विनोद कुमार ने नप के अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिया था। इसकी अस्मिता के साथ छेड़छाड़ न हो इसके लिए सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया था।बावजूद उपायुक्त के निर्देश को नप के अधिकारी नही माने। सिर्फ एक बोर्ड लगाकर छोड़ दिया गया है जिसमे लिखा गया है खुले में शौच करते पकड़े जाने पर विभिन्न धाराओं के तहत न्यायोचित कार्रवाई और 500 रुपये अर्थदंड लगाया जाएगा। लेकिन ये बोर्ड लगाने का भी कोई फायदा नहीं हुआ। प्रतिदिन सुबह लोग इस तालाब में खुले में शौच करते है। दोपहर से शाम के बीच में भी देखा जा सकता है. जबकि लोहरदगा नगर परिषद क्षेत्र दो साल पहले ही ओडीएफ हो चुका है। बताते चलें कि पूर्व में इस तालाब के पानी से लोग अपने घरों में दाल पकाते थे। आसपास के इलाको के लोग तालाब के पानी से अपनी प्यास बुझाने का काम करते थे। इस तालाब में पानी लबालब भरा रहता था। जिसके कारण आसपास का जलस्तर सामान्य रहता था। भीषण गर्मी में भी किसी के घरों के कुएं कभी सूखते नही थे। बुच्चा तलाब के रहने से आसपास की जनता इस तालाब पर निर्भर रहा करती थी। शिव पूजन व् छठ पूजा पर इस तालाब के पानी से कई धार्मिक, सामाजिक व् मांगलिक कार्य किये जाते थे।इस तालाब के किनारे प्राचीन शिव मंदिर व् प्राचीन सती मंदिर व् सती स्थान भी है। विगत कुछ वर्षों से लोहरदगा नगर परिषद के द्वारा इस तालाब पर लोहरदगा शहर का पूरा कचरा फेंका जा रहा है एवं कुछ जमीन के दलालों द्वारा ,तालाब को मिट्टी व् चारा, कचरा, डालकर भरा जा रहा है, पूर्व में सैकड़ो ट्रेक्टर मिट्टी की भराई करवाया था। इस एरिया का जलस्तर बहुत ही नीचे जा चूका है , जो कुँए कभी नही सूखते थे वो मार्च महीना आते ही सूखने लग जाते है। तालाब को भरे जाने के क्रम को लेकर जनता के जनआक्रोश को देखकर इस तालाब के भराई पर लोहरदगा जिला प्रशासन के द्वारा विधिवत कार्यवाही कर तालाब भराई पर रोक लगाई गई, झारखण्ड हाईकोर्ट ने स्पस्ट कहा है कि कोई तालाब कभी भरा नही जायेगा , बल्कि सरकार तालाब को अपने अधीन लेकर साफ सफाई व् तालाब की पुनः खुदाई करने की व्यवस्था कर देख रेख करे। मगर जमीन माफियाओ के द्वारा साजिश व् राजनितिक सहयोग को साथ लेकर इसे लोहरदगा नगर परिषद के द्वारा भरवाने का कार्य कर रही है जबकि लोहरदगा उपायुक्त महोदय ने आदेश जारी कर सूचना जारी करवाई थी की बुच्चा तालाब को भरा नही जाये ,नगर परिषद या कोई इसे भरता है तो कानूनन अपराध होगा व् प्राथमिकी दर्ज की जायेगी , मगर इसे ठेंगा दिखा कर कूछ नेताओ के सहयोग से मिलकर इसे प्रत्येक रोज लोहरदगा नगर छेत्र का पूरा कचरा यहाँ डलवाया जा रहा है।, इस पुरे छेत्र के लोग भारी बदबू से परेसान है , बीमारी के चंगुल से ग्रस्त है , हैजा , डेंगू , मलेरिया , डायरिया , का रोग से लोग पीड़ित हो चुके है लोहरदगा जिला प्रशासन इस मामले पर मौन धारण किए हुए हैं। इस मामले को लेकर जनता का कहना है कि जल्द से जल्द लोहरदगा प्रसाशन बुच्चा तालाब को पुनः खुदाई करवा कर इस तालाब को साफ सफाई करवा कर इसका जीर्णोद्धार कराये व् इसमें सुंदरीकरण कराकर इसे लोहरदगा के पर्यटन स्थल के रूप से सजाएं। ताकी आने वाले समय में यह तालाब यहॉ छ्ठ पूजा ,धार्मिक व् सामाजिक , व् दशकर्म के कार्य में भी काम आये।