बोकारो से जय सिन्हा
बोकारो: ज़िले भर में तेज रफ्तार से कोरोना संक्रमितों के संख्या बढ़ रही है। हाल यह है कि दस दिनों के अंदर यह आंकड़ा 700 को पार कर गया। इस भयावह स्तिथि आखिर क्यों हो रही है। प्रशासन द्वारा लोगो को सख्ती से कोरोना के नियमो को पालन करने की हिदायत दी जा रही है। लेकिन ज़िला मुख्यालय स्तिथ सदर अस्पताल में कोरोना जाँच सेन्टर का नज़ारा तो रोंगटे खड़े कर देने वाला दिखा। इस तरह की भीड़ की सोशल डिस्टेनसिंग की तो मानो धज़्ज़िया उड़ती नज़र आई। लोग अपनी जाँच पहले करा लेने के लिए कोरोना प्रोटोकॉल को भूले जा रहे थे। इतने बड़े आबादी पर इस केंद्र में सिर्फ एक मेडिकल स्टॉफ के भरोसे है सभी के जाँच का ज़िम्मा है तो लाज़मी है ऐसा नजारा। सोचिये अगर इसमें एक भी मरीज़ कोरोना पॉजिटिव निकला तो कइयों को अपने चपेट ले लेगा। प्रशासन कैसे खोजेगा उस मरीज़ का कॉन्टैक्ट हिस्ट्री। एक तरफ जहाँ औचक जाँच सिफारिस की जा रही हो , लोगों को भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचने की सलाह दी जा रही हो वही का अगर नज़ारा हो जिनके जिम्मे लोगो को इस महामारी का ज़िम्मा हो। अपनी जाँच कराने आये कुंज बिहारी पाठक ने कहा कि यह घोर लापरवाही है इस पर प्रशासन को अबिलम्ब ध्यान देना चाहिए। जब हमने इस स्वस्थ्य विभाग के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की तो कैमरे पर कुछ भी बोलने मना करते हुए कहा कि इसमें कल से सुधार हो जाएगा।