खूंटी: टोक्यो ओलंपिक और पैरालम्पिक में भारतीय खिलाड़ियों के गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद अब खेल को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुण्डा ने जिले के विभिन्न खेल संघों के साथ पहली बार परिसदन में बैठक की। बैठक में केंद्रीय मंत्री ने राष्ट्रीय मेडल प्राप्त जिले के खिलाड़ियों की सूची खेल संघों को तैयार करने की जिम्मेवारी सौंपी। साथ ही केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिला में खेल विजन बनाया जाए। जिसमे सभी स्पोर्ट्स शामिल किए जाएं। सभी तरह के खेलों से संबंधित विभिन्न आयामों का विश्लेषण करके को-ऑर्डिनटेड वे में प्रोजेक्ट बनाया जाए ताकि खेल का संस्थागत विकास किया जा सके। खेलों में तारतम्यता बनी रहे और शार्ट टर्म और लॉन्ग टर्म प्लान बना कर सभी तरह के खेलों को आगे बढ़ाया जाए।
केंद्रीय मंत्री ने कहा हम किसी भी खेल के आधारभूत संरचनाओं का कम से कम और अधिक से अधिक उपयोग कैसे करें इसपर भी विमर्श किया जाना चाहिए। खूंटी में खेलों का डॉक्यूमेंटेशन होने से हमारी जरूरतों के बारे जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। भविष्य का रोड-मैप बनाकर 2024 और 2028 के ओलंपिक के लिए खिलाड़ियों को अभी से तैयार करें।
खेल संघ के प्रतिनिधियों ने केंद्रीय मंत्री से कहा कि जिला प्रशासन द्वारा खेलों को बढ़ावा दिए जाने से विभिन्न क्षेत्रों में खूंटी के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल प्राप्त कर सकते हैं। खेल के संसाधनों को बढ़ाने और आधारभूत संरचनाओं के निर्माण से जिले में खेल प्रतिभाओं को तराशने का मौका मिलेगा। जिले में हॉकी के कई आवासीय और डे-बोर्डिंग सेंटर चल रहे हैं लेकिन उसमें बुनियादी सुविधाओ की कमी है। खूंटी हॉकी की नर्सरी रही है लेकिन संसाधनों और बुनियादी जरूरतों के अभाव में हॉकी का विकास नहीं हो रहा है। महिला खिलाड़ियों के लिए हॉकी के दो आवासीय सेंटर पास किये गए हैं लेकिन अब तक कोच बहाल नहीं हैं।
सुदूरवर्ती गांव देहात से खिलाड़ी आते हैं। इसलिए प्रत्येक प्रखण्ड में खेल मैदान समेत अन्य आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए।
बैठक में जिला हॉकी संघ, जिला क्रिकेट संघ, नेट बॉल, बास्केटबॉल, बॉलीबॉल संघ, कबड्डी संघ, जम्परोप, ताइक्वांडो, कराटे, फुटबॉल, तीरंदाजी संघ, बॉलीबॉल, एथलेटिक्स, कराटे, पॉवरलिफ्टिंग, वेटलिफ्टिंग, कुश्ती, खो-खो समेत विभिन्न खेल संघों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।