रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर: झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ की वर्चुअल मीटिंग केंद्रीय उपाध्यक्ष नाजिम अशरफ की अध्यक्षता में हुई. केंद्रीय महासचिव अमीन अहमद ने वर्चुअल मीटिंग का संचालन किया. वर्चुअल मीटिंग में झारखंड के विभिन्न जिलों से कुल 35 सदस्य शामिल हुए. जिसमें सर्वसम्मति से तय किया गया कि झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा जारी ऑनलाइन शिक्षा के डीजी-7 के शिक्षण अधिगम सामग्री में उर्दू भाषा के नाम पर उर्दू शिक्षकों, विद्यालयों एवं विद्यार्थियों को छला जा रहा है. शिक्षण अधिगम सामग्री के लिंक में उर्दू भाषा का वर्णन है, परंतु लिंक खोलने पर उर्दू से संबंधित कुछ भी प्रश्न नहीं रहता है. संघ द्वारा इस छलावे पर आपत्ति जताई गई तथा मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री एवं शिक्षा परियोजना के निदेशक से मिलकर आपत्ति दर्ज कराने का निर्णय लिया गया. मांग किया गया कि ऑनलाइन शिक्षण अधिगम सामग्री के लिंक में उर्दू लिपि से पाठ्यक्रम के आधार पर सभी सामग्री शामिल किए जाए. वह सामग्री दिए जाएं जो उर्दू की किताबों में है. तय किया गया कि उर्दू भाषा के जानकारों का एक समूह बनाकर झारखंड शिक्षा परियोजना को सूची सौंपी जाएगी, जो उर्दू के कंटेंट बनाकर ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने में सहयोग करेंगे.
राज्य सरकार द्वारा योजना मद से उर्दू शिक्षकों को गैर योजना मद में शामिल कराने के लिए मुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया गया. बताया गया कि योजना मद से गैर योजना मद में करने के लिए विभागीय स्तर से संचिका मुख्यमंत्री के समक्ष भेजी गयी है, जिसकी स्वीकृति वित्त मंत्रालय द्वारा प्रदान की जानी है.
बैठक के दौरान पश्चिमी सिंहभूम जिला कार्यकारी अध्यक्ष के पद पर इरशाद अली का मनोनयन को स्वीकृति प्रदान की गई.
संगठन के केंद्रीय समिति के लिए कोष इकट्ठा करने पर सहमति बनी. इसके लिए संघ का बैंक अकाउंट नंबर जारी किया गया. जिसमें राज्य के सभी शिक्षकों से सहयोग की अपील की गई.
वर्चुअल मीटिंग में नाजिम अशरफ, अमीन अहमद, साबिर अहमद, खालिदा बेगम, मुख्तार अंसारी, शहजाद अनवर, शकील अहमद, अंजुम फिरदौसी, मोहम्मद शमीम अंसारी, मोहम्मद तसलीम, मोहम्मद जावेद आलम, इम्तियाज अहमद, मोहम्मद फखरुद्दीन, इरशाद अली, अब्दुल माजीद खान, रौनक आलम, गुलाम अहमद, अब्दुल गफ्फार अंसारी, रेहान अख्तर, इमरोज अंसारी, खालिद तनवीर, इनामुल हक, शाहनवाज, जियाउद्दीन हैदर, महफूज उर रहमान, मकसूद जफर हादी, सज्जाद हुसैन, हाजी क़ैसर आलम, तौहीद आलम, मोहम्मद तनवीर आलम, राक़िम अहसन, शाहिद अंसारी और शीन अनवर आदि उपस्थित थे.