महुआडांड से अंजू दीप की रिपोर्ट
महुआडांड़ प्रखंड के झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय में वार्डन द्वारा छात्राओं को धमकी देता हुआ वीडियो वायरल हुआ है।
छात्राओं का कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने विद्यालय निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारियों से भोजन की गुणवत्ता को लेकर शिकायत कर दी थी। वीडियो गुरुवार की बताई जा रही है। यह खबर आप झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। वायरल वीडियो में प्रभारी वार्डन जिंदी रोश सभी छात्राओं को मैदान में खड़ा कर सजा के तौर पर हाथ उठा खड़ा होने बोली साथ ही पूछ–ताछ कर रही है।
वायरल वीडियो में वह बोल रही है कि सोमवार के दिन पदाधिकारी आए थे तो कौन क्लास वाली खाना पीना के बारे में कंप्लेन की थी, जिसपर सभी बच्चे एक स्वर में जवाब देते हुए कहते है हमलोग सबकोई कंप्लेन किए थे। जिसके बाद वार्डन बोलती है कि मुझे नाम सहित पता है कि किसने बोला है, हम उनमें से नही है, हम हॉस्पिटल से निकल रहे थे और मुझे डांट मिला है, आखिर क्या चीज तुमलोग को नही दिए है, कौन सिखाया सबकोइ बोले थे बोलने के लिए, मैडम बोले है कौन बोला, एक जुट वाला नही चलेगा, तुमलोग सोच रखी है न कि मैडम को जिस तरह से तुमलोग प्रताड़ित की थी हम उनमें से नही है, हम दस गुना आगे वाले है, दिमाग से भी कर्म से भी हर चीज से, कौन कंप्लेन की थी नाम बोलो और अपने आप हाथ ऊपर उठाओ, जो बोली थी, ठीक है जबतक नही बताओगी मेस बंद करो, इनलोगों का भूख जब मांगेगा तो हम बाहर का पिल्लू उठाकर डालकर इनलोग को खिलाएंगे।
कौन कौन किचन में था उस दिन चलो बताओ।
वहीं पूरे मामले को लेकर वार्डन जिंदी रोश से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी हम प्रार्थना सभा में है इस बारे में कुछ स्टेटमेंट नही दे सकते है।
क्या है पूरा मामला – 29 अप्रैल को बूथ निरीक्षण करने आए भूमि संरक्षण के पदाधिकारी विवेक कुमार मिश्रा को बच्ची लोग मिल कर शिकायत की थी खाना अच्छा नही मिलता है तब मिश्रा जी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रिंस कुमार को दिय । प्रिंस कुमार ने वार्डन को फटकार लगाई ।
वार्डन को है समान की गुनवाता की जांच करने की जिम्मेदारी
इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी घनस्याम चौबे ने कहा कि पहले सप्लायर चंदवा के थे अभी बरवाडीह के सामने चेक करने का जिम्मेदारी वार्डन को है ।
वही वायरल दूसरे वीडियो में बच्ची लोग से आटा को चलनी के मदद से साफ करवाया जा रह है जिसमे साफ दिख रहा है की आटा से कीडा निकल रहा है । अब देखना है की अधिकारी इस सभी मामले में क्या भूमिका निभाते है।