चौपारण(हजारीबाग) : अन्तर्राष्ट्रीय विधवा दिवस हमें उन आर्थिक कठिनाइयो और बढ़ती संवेदन शीलता पर विचार करने पर विवश करता है जिनका सामना ये शोक संतप्त महिलाएं कर रही है. सामाजिक और कानूनी संरक्षण के अभाव में इन विधवा महिलाओ की जीवन भर की कमाई और बचत अक्सर गरीबी से संघर्ष के लिए अप्रयाप्त होती है. उक्त बाते विधवा महिलाओं के सम्मान में विधवा दिवस के अवसर पर झापा पंचायत की मुखिया सह प्रधान पुर्णिमा देवी ने कहा. उन्होंने कहा कि वृद्ध विधवाओं के लिए विशेष रूप से सामाजिक सेवाएं अधिक महत्वपूर्ण है. बहुत सी विधवाएं विधवा हो जाने के बाद अकेली रह जाति है, जिन्हे वृध्वास्था में देखभाल सेवाओं की ज्यादा जरूरत पड़ती है. हम सबको सभी विधवा माताएं बहने को सम्मान करना चाहिए. प्रधान ने आह्वान किया है कि जो भी विधवा बहनों का आज तक विधवा पेंशन नहीं मिल रहा है स्वीकृत नहीं हुआ है वो संपर्क करे. सारा दस्तावेज के साथ मिला जाए उनका विधवा पेंशन और उनकी अन्य समस्याओं के लिए प्रयास किया जाएगा. उनकी समस्याओं से वरीय अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा, रामपुर पंचायत की मुखिया सह प्रधान वीना देवी ने तमाम विधवाओं के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि आज विधवाओं को सहानुभूति के साथ साथ सहयोग की जरूरत है हम सबको उन्हें सहयोग करना चाहिए, पूर्व वार्ड सदस्य और जिला परिषद के पूर्व प्रत्याशी दारो देवी ने कहा कि विधवाएं अवला हो जाती है उन्हें सहयोग और सम्मान करना चाहिए.