कुंदा(चतरा)। सरकार व जिला प्रशासन कोविड वैक्सिनेसन को लेकर हर संभव प्रयास कर रही है। वहीं कुंदा प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी वैक्सिन को लेकर लोगों में तरह-तरह की बाते सुनने को मिल रही है। आखिर वैक्सिन को लेकर अविश्वास व अफवाह लोगों में क्यों व्याप्त है। ज्ञात हो की राज्यसरकार ने 18 वर्ष से अधिक उम्र के युवाओं को वैक्सिन लेने को लेकर 14 मई से तिथि निर्धारित की है। लेकीन प्रखंड में 14 मई को मात्र 11 व 15 मई को 21 लोगों ने ही वैक्सिन लिया। इससे साफ पता चलता है कि या तो लोगों में जागरूकता की कमी है। वही दूसरी तरफ वैक्सिनेशन को लेकर प्रखंड प्रशासन जागरूकता को लेकर व विशेष प्रचार प्रसार न करना भी एक मुख्य कारण हो सकता है। जहां उपायुक्त प्रखंडों का दौरा कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं और लोगों को वैक्सिनेशन को लेकर जागरूक कर रहे हैं। वही स्थानीय वरीय पदाधिकारी झांकने तक नही जाते हैं। प्रखंड प्रशासन को लोगो में जागरूकता को लेकर विशेष कदम उठाने की जरूरत है। चिकित्सा प्रभारी अरुणोदय कुमार से संपर्क कर युवाओं में वैक्सिन को लेकर कमी का कारण पूछे जाने पर बताया कि वैक्सिन को लेकर स्वयं पंजीकरण करना भी एक मुख्य समस्या हो सकती है। वहीं बीडीओ श्रवण राम ने बताया की जागरूकता को लेकर लोगों को डोर टू डोर पंपलेट दे रहें हैं और वैक्सिन लेने का आग्रह किया जा रहा है।