जामताड़ा: झालसा के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में गांधी जयंती के अवसर पर आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर शनिवार को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ओम प्रकाश पांडे, कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश सचिंद्र नाथ पांडे, एडीजे वन देवदत्त त्रिपाठी, एडीजे 3 देवेश कुमार त्रिपाठी ने पुराना कोर्ट स्थित गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया । माल्यार्पण के बाद स्कूली बच्चों, व्यवहार न्यायालय के कर्मचारी, पैनल अधिवक्ता, मेडिएटर आदि अन्य लोगों के साथ गांधी प्रतिमा से लेकर सिद्धू कानो प्रतिमा तक पदयात्रा की लौटने के क्रम में पुराना कोर्ट परिसर में जागरूकता शिविर में तब्दील हो गई । विधिक जागरूकता शिविर में संबोधित करते हुए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ओम प्रकाश पांडे ने बताया कि समाज की महिलाएं पढ़ लिख कर साक्षर बन जाती है पर कानूनी पहलुओं से अनजान रहती है हमें वैसे शिक्षित महिलाओं और छात्रों को कानून के प्रति उनके अधिकार के प्रति सजग करने की जरूरत है ताकि वे अपने हक और अधिकार को पहचान सके और जरूरत होने पर उसका उपयोग भी करें इसके साथ ही कुटुंब न्यायालय के न्यायाधीश सचिंद्र नाथ पांडे ने बताया की परिवारिक मामले में कुछ अनबन हो जाने पर मध्यस्था के माध्यम से उनके मामले का निष्पादन किया जाता है अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय देवेश कुमार त्रिपाठी ने बताया की विवाद मनभेद से उत्पन्न होता है हमें इस पर ध्यान देने की जरूरत है हम ऐसा कर्म करें और लोगों को जागरूक करें ताकि यह समस्या उत्पन्न ना हो लोक अदालत में मन भेद को दूर कर मामले का निष्पादन किया जाता है वही जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव विश्वनाथ उरांव ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार की उपलब्धि की जानकारी देते हुए समस्या पड़ने पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार का सहारा लेने की बात कही ।