– एक की मौत, 54 डिस्चार्ज
– गोड्डा जिला में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 386
गोड्डा से अभय पलिवार की रिपोर्ट
गोड्डा: इस जिला में जानलेवा कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है। अदृश्य वायरस से संक्रमित होने वालों की संख्या में काफी तेज गति से बढ़ोत्तरी हो रही है। मंगलवार को इस वायरस की चपेट में आए एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की है। वहीं स्थिति गंभीर होने पर दो मरीजों को बाहर रेफर कर दिया गया है।
कोरोना संक्रमण में तेज गति से इजाफा होने का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि मंगलवार को 385 सैंपल की जांच हुई, जिसमें 89 पॉजिटिव निकले।
राहत की बात यह रही कि मंगलवार को 54 मरीज कोरोना को मात देने में सफल रहे। फिलहाल जिले में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 386 है।
अब तक 23 की मौत
जानलेवा कोरोना वायरस की चपेट में आने से इस जिले में आधिकारिक तौर पर अब तक कुल 23 मौतों की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई है। 10 की मौत पिछले साल हुई थी। वहीं 13 की मौत बीते एक माह के दौरान हुई है। हालांकि मौत का आंकड़ा अधिक है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में शुमार नहीं है। इसका कारण यह है कि इस जिले से बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर किए जाने वाले मरीजों की मौत को स्वास्थ्य विभाग द्वारा शामिल नहीं किया जा रहा है। गैर आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि एक माह के दौरान कोरोना वायरस की चपेट में आने से जिले के विभिन्न हिस्से में 3 दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
पॉजिटिव शब्द सुनने से कतरा रहे लोग
अब पॉजिटिव शब्द सुनने से भी लोग कतराने लगे हैं। नेगेटिव शब्द लोगों को सुनना अच्छा लग रहा है। ‘लोग कहते हैं हमें नेगेटिव ही रहना है, पॉजिटिव नहीं बनना है।’
5 दिनों में 342 में संक्रमण की पुष्टि
कोरोना संक्रमितों के बढ़ते ग्राफ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 5 दिनों के दौरान 342 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। 16 अप्रैल को 398 सैंपल की जांच में 51 पॉजिटिव पाए गए थे। 17 अप्रैल को 715 सैंपल की जांच हुई थी, जिसमें 56 में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। 18 अप्रैल को 314 सैंपल की जांच के दौरान 55 में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। वही 19 अप्रैल को 494 सैंपल की जांच हुई, जिसमें 91 पॉजिटिव पाए गए थे। वहीं 20 अप्रैल को 385 सैंपल की जांच में ही 89 पॉजिटिव पाए गए।
जिला प्रशासन के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि इस जिले में हर चार में से एक पॉजिटिव होने की संभावना है। यानी एक चौथाई आबादी संक्रमण का शिकार है। लेकिन जांच के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं होने के कारण जांच की गति अपेक्षाकृत धीमी है।
संक्रमण तेज, टीकाकरण सुस्त
कोरोना वायरस का संक्रमण इस जिले में तेजी से फैलने के बावजूद टीकाकरण की गति सुस्त होती जा रही है। विडंबना यह है कि स्वास्थ्य विभाग की चुस्ती के बावजूद आम लोग टीका लगवाने के प्रति सुस्त बने हुए हैं। जागरूकता के अभाव में लोग कोरोना वैक्सीन लगवाने में सुस्ती बरत रहे हैं। जबकि सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा के अनुसार, इस जिला में पर्याप्त मात्रा में कोरोना वैक्सीन मौजूद है।
मंगलवार को इस जिले में मात्र 213 लोग वैक्सीन लगवाने के लिए टीकाकरण केंद्रों पर आए। एक दिन पूर्व 19 अप्रैल को 275 लोगों ने टीका लगाया था।