सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, विधायक ममता देवी और पूर्व सांसद यदुनाथ पांडेय गांव पहुंचे
रामगढ़ से वली उल्लाह की रिपोर्ट
रामगढ़। रजरप्पा थाना क्षेत्र के बड़की पोना के पास केतारी गांव में विजयादशमी के दूसरे दिन रावण दहन के दौरान पुलिस और ग्रामीण में हुई हिंसक झड़प के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। झड़प में पुलिस पर पथराव और लाठीचार्ज से घायल पुलिस प्रशासन का कार्रवाई लगातार जारी है। मामले में पुलिस ने अब तक 26 लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। वही 71 नामजद लोगों को अभियुक्त बनाते हुए लगभग 200 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया गया है। पुलिस की कार्रवाई बीती रात हद पार कर दी। गांव में आरोपी अभियुक्तों के खोजबीन के दौरान लगभग 12:00 बजे रात को पुलिस से गांव के चानो महतो के घर पहुंची और दरवाजा खटखटाया। इस दौरान पुलिस द्वारा जोर से दरवाजा धकलने पर दरवाजा चानो महतो की 70 वर्षीय पत्नी उमानो देवी के ऊपर गिर गया। ग्रामीणों के अनुसार घर को खोल कर पुलिस ने उमानो देवी के साथ मारपीट की, जिससे उमानो देवी की मौत हो गई।
पुलिस ने महिला के घर का दरवाज़ा भी तोड़ दिया, अंदर मृत महिला का शव
बताया जाता है कि घर पर जब पुलिस पहुंची तो, घर पर उमानो देवी और उसकी पोती प्रभा कुमारी सो रही थी। प्रभा कुमारी ने जानकारी देते हुए बताया कि जब हमने दादी को मारने से मना किया तो, पुलिसकर्मियों ने मुझे भी मारा। पुलिसकर्मियों ने घर के सभी सामानों को तितर-बितर कर कर फेंक दिया। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने काफी गंदी गंदी गालियां भी दी। मेरी दादी पुलिस की मार को सहन नहीं कर पाई और मर गई।
घटना के बाद से गांव में तनाव, भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
इस घटना के बाद गिरिडीह के सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी, रामगढ़ के विधायक ममता देवी और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष यदुनाथ पांडे मृतक के आवास पहुंचकर पूरी घटना की जानकारी ली। राजनीति दल के नेताओं ने इस घटना को पुलिस की क्रूरता बताई है।
बताया जाता है कि रावण दहन कार्यक्रम के दौरान हुई पुलिस और ग्रामीणों की झड़प के साथ आज महिला पर मारपीट और उसके बाद वृद्धा की मौत की घटना का उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिये।