कुंडहित: गैस कनेक्शन देने के नाम पर ग्रामीणों से ठगी किए जाने के मामले में एक नया मोड़ आ गया है। ठगी के आरोप में पूछताछ के लिए थाना लाए गए बिहार के रहने वाले सभी 7 लोगों को हिंदुस्तान पेट्रोलियम के डिस्ट्रीब्यूटर मैसर्स चंपा एचपी गैस ग्रामीण वितरक के किशोर झा द्वारा अपना स्टाफ बताते हुए निजी निजी मुचलके के आधार पर सोमवार की देर रात कुंडहित थाने से छुड़वा लिया गया है। वही मामले में पुलिस में शिकायत देने वाले देवली के सतीश दास ने कथित दबाव के वजह से अपना आवेदन वापस ले लिया है। शिकायतकर्ता के आवेदन वापस लेने और पकड़े गए लोगों को छोड़ देने के का यह मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। क्षेत्र के लोग पूरे मामले की विस्तृत जांच करने की मांग कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस द्वारा पकड़े गए सभी 7 लोगो द्वारा प्रखंड के अंबा सालुका और देवली गांव में ग्रामीणों से गैस कनेक्शन कट जाने के बाद कट जाने की बात कहते हुए ₹280 प्रति व्यक्ति की वसूली कर रहे थे। पकड़े जाने पर उन्होंने बताया कि हम लोग चूल्हे का इंश्योरेंस कर रहे थे तो कभी पाइप की जांच करने की बात कह रहे थे। इन लोगों द्वारा क्षेत्र के भोले भाले लोगों को उज्जवला योजना का कनेक्शन दिलाने के नाम पर भी पैसे की वसूली किए जाने की बात सामने आई थी। वही मेसर्स चंपा एचपी ग्रामीण गैस वितरक के किशोर झा द्वारा पहचान किए जाने के बाद स्पष्ट हो गया कि पकड़े गए लोग क्षेत्र में जो भी कर रहे थे वह गैस डिस्ट्रीब्यूटर के कहने पर ही कर रहे थे। फिलहाल शिकायत के अभाव में पुलिस ने मामले को बंद कर दिया है। लेकिन यह मामला क्षेत्र में जबरदस्त चर्चा का विषय बना हुआ है। इस संबंध में पूछे जाने पर कुंडहित के थाना प्रभारी दीपक कुमार ठाकुर ने बताया कि पकड़े गए लोगों की पहचान किशोर झा द्वारा की गई और उनके द्वारा दिए गए निजी मुचलके के आधार पर सभी को छोड़ दिया गया है। उन्होंने बताया कि पकड़े लोगों पर वसूली का आरोप लगाने वाले शिकायतकर्ता ने भी अपना आवेदन वापस ले लिया है।