नितेश रंजन की रिपोर्ट
पथरगामा: बालू तस्करों एवं प्रशासन के बीच ‘तू डाल डाल, मैं पात पात’ वाले अंदाज में खेल जारी है। प्रशासन द्वारा जहां बालू घाटों तक जाने वाले रास्ते को जेसीबी से गड्ढा खोदकर अवरुद्ध कराया जा रहा है, वहीं बालू तस्करों द्वारा प्रशासन को चकमा देते हुए दूसरा रास्ता तैयार कर लिया जा रहा है।
प्रखंड के कोरका घाट पंचायत अंतर्गत बालू घाट जाने वाले रास्ते को 10 दिन पूर्व उपायुक्त एवं आरक्षी अधीक्षक के निर्देश पर जिला खनन पदाधिकारी मेघ लाल टुडू, पुलिस निरीक्षक पथरगामा बलवीर सिंह एवं थाना प्रभारी पथरगामा बलिराम रावत के द्वारा जेसीबी से गड्ढा खोदवाकर अवरुद्ध किया गया था। चकवा बालू घाट, सनातन बालू घाट एवं सिमरिया बालू घाट जाने वाले रास्ते को जेसीबी के माध्यम से गड्ढा कराकर रास्ता अवरुद्ध कर दिया गया था। वहीं बुधवार को जिला प्रशासन के निर्देश पर इन तीनों घाटों का निरीक्षण करने अंचलाधिकारी पथरगामा संतोष बैठा, पुलिस निरीक्षक पथरगामा बलबीर सिंह एवं प्रभारी थाना प्रभारी पथरगामा चंद्रशेखर सिंह संयुक्त रूप से निरीक्षण करने के बाद पाया कि सिमरिया घाट के रास्ते को जेसीबी के माध्यम से अवरुद्ध कर दिया गया था, उससे महज 15 मीटर की दूरी पर बालू माफियाओं के द्वारा सिमरिया बालू घाट जाने का दूसरा रास्ता बना दिया था। इसलिए जिला प्रशासन के निर्देश पर तीनों बालू घाट का निरीक्षण करने गए पदाधिकारियों ने सिमरिया बालू घाट के दूसरे रास्ते को जेसीबी के माध्यम से काटकर अवरुद्ध कर दिया।
इस संबंध में अंचलाधिकारी पथरगामा संतोष बैठा एवं पुलिस निरीक्षक पथरगामा बलबीर सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश पर विगत दिनों सिमरिया बालू घाट जाने के रास्ते को जेसीबी के माध्यम से गड्ढा करा कर रास्ता अवरुद्ध किया गया था। लेकिन पुनः बालू माफियाओं के द्वारा जिस जगह सिमरिया बालू घाट जाने का रास्ता था उस से महज 15 मीटर की दूरी पर दूसरी रास्ता को भी जेसीबी के माध्यम से बालू घाट जाने के रास्ता को काटा गया। उन्होंने बताया कि बालू के अवैध कारोबार के खिलाफ अभियान निरंतर जारी रहेगा।