नामजद अभियुक्तों में 90% ग्रामीण किसान
सीता राम भगत के गिरफ्तारी के बाद ग्रामीण कुरूमगढ थाना एवं एसपी से मिलने पहुंचे
गुमला से बसंत गुप्ता
गुमला। पुलिस के द्वारा माओवादी समर्थक बताकर निर्दोष ग्रामीणों को गिरफ्तारी किए जाने के मामले को लेकर अब ग्रामीण गोलबंद हो रहे हैं विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक लगभग 15 ऐसे गांव हैं जहां के ग्रामीणों को माओवादी समर्थक बता कर पुलिस लगातार गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। वहीं कई लोग गिरफ्तार कर लिए गए हैं ।इसके कारण क्षेत्र की जनता में असंतोष देखा जा रहा है। बीते बुधवार की रात को कुरूम गढ़ थाना क्षेत्र के उर्रु गांव निवासी सीताराम भगत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है। सीता राम भगत के गिरफ्तारी के बाद क्षेत्र के ग्रामीण 80-90 की संख्या में पहले तो कुरूम गढ़ थाना गए और सीता राम भगत के गिरफ्तारी के संदर्भ में जानकारी मांगी, कुरूम गढ़ थाना के द्वारा सीता राम भगत के गिरफ्तारी के संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी होने से इंकार करने के बाद क्षेत्र के ग्रामीण गुमला के एसपी से मिलने पहुंचे थे।समाचार लिखे जाने तक एसपी के द्वारा इन मामलों में ग्रामीणों को क्या आश्वासन दी गई या वार्तालाप इसकी जानकारी अभी तक उपलब्ध नहीं हो सकी है। गौरतलब है कि माओवादी समर्थक मामले में इससे पूर्व गुमला थाना क्षेत्र के पतगच्छा गांव निवासी राम जन्म महतो तथा चांदगो जैरागी निवासी तारकेश्वर सिंह पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गौरतलब है कि माओवादियों के सक्रिय होने एवं आईडी बम बरामदगी मामले में पुलिस के द्वारा लगभग 45 लोगों को माओवादी समर्थक बताकर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसे 15 से लेकर 25 गांव के लोग माओवादियों के समर्थक लिस्ट में आ गए हैं। इसमें गुमला प्रखंड के टोटो से लेकर चैनपुर प्रखंड ,कुरुमगढ क्षेत्र के लोग बताए जा रहे हैं। विशेष सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक प्राथमिकी में दर्ज नामजद अभियुक्तों में 45 में से लगभग 90% ग्रामीण कृषक बताए जा रहे हैं।