पीएचडी के कार्यपालक अभियंता को गर्मी से पूर्व पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने का दिया निर्देश
गढ़वा से नित्यानंद दूबे की रिपोर्ट
गढ़वा: मंगलवार को प्रमंडलीय आयुक्त जटाशंकर चौधरी ने जिले में संचालित विभिन्न विकास योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक की। समाहरणालय के सभाकक्ष में आयोजित उक्त बैठक में उन्होंने विभिन्न विभागों यथा वन विभाग, आरईओ, विशेष प्रमंडल, भवन प्रमंडल, पथ निर्माण विभाग, लघु सिंचाई, कल्याण, आपूर्ति, शिक्षा समेत अन्य विभागों में संचालित विकास योजनाओं की क्रमवार समीक्षा की तथा लक्ष्य के अनुरूप उसे पूर्ण करने का निर्देश संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को दिया।
वन विभाग की समीक्षा के क्रम में आयुक्त ने जो भी योजनाएं वन भूमि में प्रस्तावित है नियमानुसार उसका नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट देने की बात कहीं। उन्होंने धुरकी प्रखंड के बालचौरा पुल जो कि वन भूमि क्षेत्र में आता है, अंचलाधिकारी धुरकी को इसकी जांच कर 20 मार्च तक अनुमंडल पदाधिकारी को रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा उन्होंने चिल्का जलाशाय का भी कुछ हिस्सा वन क्षेत्र में पड़ता है उसका एफआरए प्रस्ताव देने का निर्देश संबंधित वन प्रमंडल पदाधिकारी को दिया गया। बैठक में आरईओ की समीक्षा के क्रम में आयुक्त ने राज्य संपोषित, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, एससीए व जिला अनावध से संचालित योजनाओं को पूर्ण करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने उपायुक्त को योजनाओं की गुणवत्ता को जांचने के उद्देश्य से दूसरे विभाग के इंजीनियर के माध्यम से उक्त विभागांतर्गत संचालित योजनाओं की जांच करवाने की बात कही। वहीं स्पेशल डिवीजन की समीक्षा के दौरान बताया गया कि नगर उंटारी के अलावा जिले के अन्य सभी प्रखंडों में प्रखंड- सह- अंचल कार्यालय बनकर तैयार हो गया है। मई माह तक नगर उंटारी प्रखंड- सह- अंचल कार्यालय का भी कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा तथा उसे जून माह में हैंडओवर कर दिया जाएगा। मौके पर बताया गया कि विभाग द्वारा बनाया जा रहा करकोमा पेशका पुल भी जून माह तक बनकर तैयार हो जाएगा। बताते चलें कि जिले में विशेष केंद्रीय सहायता योजना के तहत 50 आंगनबाड़ी केंद्रों का रिनोवेशन किया जा रहा है, ऐसे में आयुक्त ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को सीडीपीओ के माध्यम से इसकी जांच कराने का निर्देश दिया ताकि गुणवत्तापूर्ण आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण जिले में पदाधिकारियों की निगरानी में किया जा सके।
बैठक में आयुक्त के द्वारा भवन प्रमंडल के विषय में पूछे जाने पर कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल के द्वारा बताया गया कि विभाग अंतर्गत मुख्य 3 योजनाएं संचालित है; जिसमें बार एसोसिएशन बिल्डिंग, ईवीएम वेयरहाउस का निर्माण व नगर उंटारी प्रखंड में गेस्ट हाउस के निर्माण का कार्य है। ऐसे में आयुक्त ने उन्हें लक्ष्य के अनुरूप स-समय निर्माण कार्य पूर्ण कर उसे हैंडोवर करने का निर्देश दिया। इसके अलावा नगर उंटारी प्रखंड के महदेईयां में बनाए जा रहे कारावास की भी समीक्षा उन्होंने की जहां पाया गया कि राशि रिलीज नहीं होने के अभाव में निर्माण कार्य लंबित है। ऐसे में त्वरित कार्रवाई करते हुए आयुक्त ने जेल विभाग के आईजी से टेलिफोनिक माध्यम से वार्ता कर उक्त संदर्भ में समाधान कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल को बताया। उन्होंने कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल को जेल आईजी से मिलकर आवश्यकता के अनुरूप जानकारियां उपलब्ध कराते हुए मामले के समाधान की बात कही। बैठक में एनएच 75 निर्माण में भू- अर्जन को लेकर भी आयुक्त के द्वारा समीक्षा की गई, जिसमें अनुमंडल पदाधिकारी गढ़वा मोहम्मद जियाउल अंसारी ने बताया कि इसमें कार्य प्रगति पर है। मुआवजे की राशि का भुगतान लोगों को किया जा रहा है। बैठक में उन्होंने कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल को गर्मी से पूर्वज जिले में पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया।
बैठक में आयुक्त ने कहा कि जिले में कृषि को बढ़ावा देना तथा किसानों को रोजगार से जोड़ना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। आयुक्त ने लघु सिंचाई विभाग के पदाधिकारी को सभी जल स्रोतों की सूची जिला कृषि पदाधिकारी को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कृषकों को प्रशिक्षण देते हुए उन क्षेत्रों में समूह खेती को बढ़ावा दिया जाए। जिस क्षेत्र में पानी की जैसी उपलब्धता हो वहां उस प्रकार की फसलें लगाकर एग्रीकल्चर को जिले में प्रमोट करने का कार्य किया जाए। उन्होंने जिले में मत्स्य व्यवसाय को भी बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिला मत्स्य पदाधिकारी को फ्रेश- फिश- स्टॉल शुरू करने का निर्देश दिया तथा इसका वृहद प्रचार प्रसार करते हुए मछुआरों से वहां सुबह-सुबह ताजी मछलियों का स्टॉल लगाने की बात कही ताकि जिले में मत्स्य व्यवसाय को भी बढ़ावा दिया जा सके। मौके पर जिला मत्स्य पदाधिकारी ने आयुक्त से जिले में फिश- मार्केट की व्यवस्था नहीं होने की समस्या साझा की, जिस पर उन्होंने प्रस्ताव तैयार कर विभाग को भेजने की बात कही। नगर परिषद गढ़वा की समीक्षा के क्रम में कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद ने आयुक्त से अपनी समस्या साझा करते हुए बताया कि जिले में नीलांबर पितांबर पार्क का निर्माण किया जा रहा है, पार्क के निकट पुलिस विभाग के पुराने डीएसपी आवास को (जहां वर्तमान में पीसीआर के पुलिसकर्मी रहते हैं) पार्क में शामिल करने का अनुरोध किया; जिस पर आयुक्त ने नियमावली के अनुरूप यदि संभव हो तो उसे खाली करते हुए पार्क में शामिल करने का निर्देश पुलिस उपाधीक्षक को दिया।
बैठक आयुक्त के द्वारा स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के क्रम में कोविड वैक्सीनेशन का भी जायजा सिविल सर्जन गढ़वा से लिया गया तथा उन्हें इसमें इसी प्रकार बेहतर प्रदर्शन बनाए रखने की बात कही गई। आयुक्त श्री चौधरी ने बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों व कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार योजनाऐं बनाती है लेकिन इन योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के जिम्मेदारी संबंधित विभाग के पदाधिकारियों की है, ऐसे में उन्होंने पदाधिकारीयों से समय-समय पर योजनाओं की जांच करते हुए गुणवत्तापूर्ण मटेरियल के साथ उसे पूर्ण करने की अपील की।
बैठक में पलामू प्रमंडलीय आयुक्त जटाशंकर चौधरी के अलावा, उपायुक्त गढ़वा राजेश कुमार पाठक, उप विकास आयुक्त गढ़वा सत्येंद्र नारायण उपाध्याय, वन प्रमंडल पदाधिकारी उत्तरी वन प्रमंडल दिलीप यादव ,वन प्रमंडल पदाधिकारी दक्षिणी वन प्रमंडल शशि कुमार, निदेशक डीआरडीए दिनेश सुरीन, अनुमंडल पदाधिकारी गढ़वा मोहम्मद जियाउल अंसारी, अनुमंडल पदाधिकारी रंका राजेश कुमार लिंडा, अनुमंडल पदाधिकारी श्री बंशीधर नगर जयवर्धन कुमार, उप निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क विभाग पलामू प्रमंडल आनंद, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी साकेत कुमार पांडेय, जिला कृषि पदाधिकारी लक्ष्मण उरांव, जिला मत्स्य पदाधिकारी दिव्या गुलाब बा, जिले के विभिन्न विभागों से आए पदाधिकारी, जिले के विभिन्न प्रखण्ड व अंचल से आए प्रखंड विकास पदाधिकारी/ अंचलाधिकारी, समाहरणालय के कर्मी समेत अन्य उपस्थित थे।