प्रमेश पाण्डेय
बालूमाथ: बालुमाथ मे हुई बारिश से किसानों को हुई खुशी, लगातार 15 दिनों से बारिश नही होने पर धान के बिचड़ा सुख रहा था । बारिश से जहां किसानों के चेहरे खिले तो वहीं आमजनों ने भी राहत की सांस ली। मानसून की देरी के कारण धान की फसल बोने वाले किसान चिता में बैठे थे। तेज गर्मी के कारण मोहम्मदी तहसील क्षेत्र में जलस्त्रोत जल स्त्रोत भी नीचे जाने लगा था। इसके बाद से ही किसान मानसून की बारिश पर निर्भर बने हुए थे। बारिश को लेकर जहां जून की शुरुआत अच्छी नहीं रही। बारिश ने किसानों को राहत दी। गर्मी और उमस से परेशान लोगों ने राहत महसूस की है। जिले में किसान धान धान की पौध लगा चुके थे। बारिश होने से अब अपने खेतों में रोपाई करने में जुट गए हैं। जो किसान धान की पौध नहीं लगा पाए थे, उन्होंने धान की पौध लगानी शुरू कर दी है। इस समय लोगों द्वारा धान की पौध को डाला गया और भीषण गर्मी के चलते धान की पौध पीली पड़ रही थी। जुलाई माह में धान का रोपा 30 से 45 दिन तक होने के बाद खेतों में धान की रोपाई की जाएगी। काफी दिनों से यहां बारिश न होने से किसान परेशान थे। धान की फसल के लिए तो यह बारिश वरदान साबित हो रही है। जिले में बड़े पैमाने पर पौधरोपण का अभियान भी चल रहा है। इनके लिए यह बारिश अमृत के रूप में काम कर रही है।