पाकुड़ : जिला मुख्यालय में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं ने भूमिहीनअनुसूचित जाति समाज का आवासीय प्रमाण पत्र एवं जाति प्रमाण पत्र निर्गत नहीं किए जाने के विरोध में जिला अध्यक्ष अजित कुमार रविदास के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया । धरना को सम्बोधित करते हुवे प्रदेश मंत्री कामेश्वर दस ने कहा कि आजादी के बाद बहुत किस्म से, बहुत से शब्दों में बहुत नेता हुए. कोई दलित नेता के नाम से जाना गया, कोई आदिवासी नेता के नाम से, कोई किसान नेता के नाम से जाना गया और कोई पिछड़े वर्ग के नेता के नाम से जाना गया. सभी लोगों ने अपनी छवि को उस नाम के साथ जोड़ते हुए जीवन में नेतृत्व किया, दलित नेता के रूप में जाने गए नेताओं से भी ज्यादा काम दलित वर्ग के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने किया.
उन्होंने कहा, ‘हमें बड़ी खुशी है कि हमारे कार्यकर्ता आज भारत के राष्ट्रपति पद को सुशोभित कर रहे हैं. हमें बड़ी खुशी है कि अनुसूचित जाति से संबंध रखने वाले 4 लोग आज राज्यपाल पद को सुशोभित कर रहे हैं. जो नीतियां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने सबके लिए शुरू की हैं, उसमें भी सबसे ज्यादा लाभ अनुसूचित जाति के वर्ग को मिल रहा है क्योंकि वो पिछड़ रहे थे, उन्हें साथ जोड़ने का काम प्रधानमंत्री जी ने किया है.’
हमारे 12 मंत्री अनुसूचित जाति से बने हैं. इतनी बड़ी संख्या में केंद्रीय मंत्रिमंडल में इस वर्ग से मंत्री बनें हैं, तो वो नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में बनें हैं. अनुसूचित जाति के विकास के लिए, उनकी पढ़ाई के लिए, उनको मुख्यधारा में लाने के लिए मोदी सरकार ने विशेष योजनाओं पर काम किया है. 2015 में समरसता दिवस मनाने का काम मोदी सरकार ने किया. संविधान दिवस मनाने की शुरुआत मोदी सरकार ने की. पंच तीर्थ को विकसित करने का काम मोदी सरकार ने किया.’
उन्होंने कहा, ‘बीजेपी अनुसूचित मोर्चा द्वारा आयोजित अनुसूचित जाति वर्ग के केंद्रीय मंत्रियों के सम्मान समारोह को संबोधित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारी सरकार दलितों व वंचितों को मुख्यधारा से जोड़ने, संवैधानिक अधिकार, सामाजिक न्याय व सभी को समान अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है! कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रदेश मंत्री शर्मिला रजक ने कहा कि भाजपा द्वारा केंद्र ही नहीं बल्कि प्रदेश में अनूसूचित जाति को पूरा मान सम्मान दिया गया है। इससे पहले कांग्रेस की सरकारें भी केंद्र व प्रदेश में रही लेकिन इस वर्ग के उत्थान के लिए कोई बड़े प्रयास नहीं किए गए।कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला अध्यक्ष बलराम दूबे ने कहा कि भाजपा की सरकारों ने अनुसूचित वर्ग को अगली पंक्ति में लाने का प्रयास किया है जबकि दूसरी पार्टियों की सरकारों ने पिछड़े वर्ग को ज्यादा तबज्जों नहीं दिया है। नितेन ने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि केंद्र की सरकार में 12 केंद्रीय मंत्री अनुसूचित जाति से संबंधित हो। इसके इलावा देश के चार राज्यपाल भी अनुसूचित जाति से संबंधित है। धारणा कार्यक्रम के पशचात उपयुक्त पाकुड़ के माध्य्म से महामहिम राज्यपाल झारखंड रांची को ज्ञापन सौंपा गया और कहा गया कि भूमिहीन अनुसूचित जाति परिवारों का जाति निवासी प्रमाण पत्र सुलभता से निर्गत किया जाए और ऐसे लोगों को अनावश्यक परेशान ना किया जाए।मौके पर भाजपा नगर अध्यक्ष पंकज कुमार साह,अनुसूचित जाति मोर्चा नगरध्यक्ष गणेश रजक, जिला उपाध्यक्ष अमृत पांडेय, जिला महामंत्री अजय राबिदास, रामचंद्र रविदास, नरेश रविदास, पसुपति रजवार, विक्की कुमार, दिलीप सिंह, राजीव राबिदास, राजकुमार राबिदास,रामेश्वर तुरी जी एवं दर्जनों भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।