बोकारो: आज बोकारो स्टील सिटी काॅलेज बोकारो की ओर से ‘ ऑनलाइन शिक्षा व साइबर अपराध ‘ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन की गयी जिसमें शिक्षकों समेत विद्यार्थियों ने सहभागिता दिखलाई ।
एक वर्ष पूर्व अर्थात 25 मार्च 2020 से लॉक डाउन देश भर में लगायी गयी थी । आज पूरे एक वर्ष हुए । एक वर्षो से लगभग ऑनलाइन क्लास जारी है । ऑनलाइन शिक्षा शिक्षा का एक ऐसा माध्यम है जिसके माध्यम से बच्चे घर बैठे अपने शिक्षक से इंटरनेट से जुड़कर देश के किसी भी कोने या प्रांत में रहकर पढ़ सकते हैं , यह ही ऑनलाइन शिक्षा का प्रारूप है । कोविड महामारी मे जहां लॉक डाउन समयावधि रही वहीं शिक्षा को सुचारू रूप से क्रियान्वयन ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से मिलती रही ।
विभाग के शिक्षक डॉ प्रभाकर कुमार ने ऑनलाइन शिक्षा के लाभ व दोष दोनों पर प्रकाश डालते हुए इसे वैकल्पिक व्यवस्था कहा । लाभ मे समय की बचत , सुविधाजनक , टेक्नोलॉजी से रूबरू , कोविड महामारी व सामाजिक दूरी पालन , सुरक्षा के हिसाब से सर्वोपरि बतलाया , यद्यपि नुकसान मे इंटरनेट की गलत उपयोग , आंखों व स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव , कई तरह से सायबर अपराधों में वृद्धि की बात भी आयी ।
डॉ प्रभाकर कुमार ने सभी तरह के सायबर अपराधों व इससे बचने की युक्तियों पर प्रकाश डाले । साइबर अपराध की श्रेणी में – मोबाइल / कंप्यूटर पर कोई अनजान लिंक , स्पेम ईमेल , हैकिंग , साइबर फिशिंग , वायरस फैलाने – वर्म , टोर्जन हॉर्स , लॉजिक हॉर्स , फर्जी बैंक कॉल , सोशल मीडिया के अनजाने लिंक , साइबर बुलिंग , साइबर मॉर्फिंग , पोनोग्राफी , साइबर स्टाकिंग , एप के माध्यम से गेम , ट्रू कॉलर एप , एप के माध्यम से जासूसी , ऑनलाइन वीडियो के माध्यम से अपराध , व्हाट्सएप ग्रुप की सुरक्षा आदि को परिभाषित किये । ऑनलाइन शिक्षा के समय इंटरनेट पर सावधानी पूर्वक , साइबर अपराधों के मद्देनजर ध्यान देने की जरूरत । अनजाने में व्यक्ति इसका शिकार हो जाते हैं । माता पिता के मोबाइल या कंप्यूटर उपयोग के समय भी साइबर अपराध दृष्टिकोण को देखते हुए मोबाइल व संसाधनों की जरूरत । मोबाइल व कंप्यूटर के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षा लेते समय बच्चे कई चीजें अनजाने में कर देते हैं जिससे मोबाइल में ऑनलाइन बैंकिंग या कोई अन्य महत्वपूर्ण सूचनाएं हैकर के पास पहुँच जा रही है ।
डॉ प्रभाकर कुमार ने साइबर अपराध होने के सभी कारणों पर प्रकाश डाला , साथ ही कहाँ शिकायत की जाएगी और सूचना तकनीक कानून ( IT ) , 2000 कानून के कई सुसंगत धाराओं के तहत दंड का प्रावधान है । ऑनलाइन शिक्षा के समय सुरक्षा महत्वपूर्ण है ।
इतिहास विभाग की शिक्षक डॉ वीणा शर्मा ने ऑनलाइन शिक्षा को कोविड 19 में महत्वपूर्ण बतलाया , पर साइबर अपराध किन किन तरीको से लोग करते हैं , उनपर भी प्रकाश डाला । सोशल मीडिया पर नाम बदलकर , सुंदर तस्वीरों को उपकृत कर फ्रेंड लिस्ट स्वीकारन के लिये भेजते रहते है और भटकाव व गलत रास्तों की ओर ले जाते हैं । अनजान से दोस्ती करना घातक कही । ऑनलाइन शिक्षा इंटरनेट से , पर इंटरनेट के सार्थक उपयोग जरूरी है । यह भी कहा कोई साइबर अपराध करता है तो निर्भीक होकर अपराधी को सार्वजनिक करें , अपने माता पिता तक बातों को खुलासा करें । इन्होंने ऑनलाइन शिक्षा व साइबर अपराध विषय को बहुत ही प्रासंगिक बतलाया ।
कई विद्यार्थियों ने अपने अपने अनुभवों को अनुग्रहित की जिनमें सेमेस्टर 3 की अनिशा यादव , क्लास 12 की ज्योति कुमारी व शुभम तिवारी , क्लास 11 के सोमु राजहंस थे । ऑनलाइन शिक्षा किस तरह उनके व्यक्तित्व में प्रभाव डाले और किन किन परेशानियों का सामना करना पड़ा ।
आज के संगोष्ठी में यह बात उभरकर आयी कि ऑनलाइन शिक्षा के समय बढ़ती इंटरनेट व मोबाइल निर्भरता से अपने आप को कई सायबर अपराधों से सुरक्षित भी रखनी है जो कई अनजाने में हो रहे हैं । मोबाइल से रेडियेशन बहुतायत मात्रा में हो रही है फिर भी कोविड 19 महामारी मे एक विकल्प स्वरूप ऑनलाइन शिक्षा ही है । ऑनलाइन शिक्षा मिले , पर सुरक्षित भी रहना जरूरी । साइबर अपराध की अद्यतन जानकारी हमे भविष्य में किसी भी परेशानी के सबब से दूर रखने में मदद स्वरूप होगी ।
आज के संगोष्ठी में शिक्षकों के साथ साथ विद्यार्थियों में बेन पावेल तिर्की , राहुल कुमार , आनंद अभिषेक , ऋषव कुमार , पूर्णचंद मुर्मू , करन कुमार बेसरा , रूपेश कुमार , धीरज कुमार , इरशाद आलम , सत्यम कुमार , सुनीता मरांडी , रजनी कुमारी , अंजली कुमारी , क्रांति कुमारी , खुश्बू कुमारी , आरती कुमारी , पूनम कुमारी , पूजा कुमारी , अनिशा यादव , मुस्कान कुमारी , रितिका कुमारी , वर्तिका कुमारी , गुलाब कुमारी , सोनम कुमारी , ज्योति कुमारी , खुश्बू कुमारी , सिमपी कुमारी , अंजू कुमारी , जयंती कुमारी , संतो कुमारी घोषाल , बरखा प्रधान , सोमु राजहंस , नीरजा प्रवीण , प्रीति कुमारी , सरिता कुमारी , सुष्मिता , विनय कुमार आदि उपस्थित थे ।