चाकु व खुन से रंगे कपड़े भी जप्त
चतरा/प्रतापपुर। पुलिस ने बारह घंटे के अंदर प्रतापपुर थाना क्षेत्र से संदेहास्पद स्थित में मिले आज्ञत शव की पहचान कर हत्याकांड का उदभेदन करने में सफलता हासील की। पुलिस टीम ने हत्या कांड में शामिल प्रेमिका सहीत तीनों हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस निरीक्षक रंजीत रौशन ने कांड की जानकारी देते हुए 31 मार्च को बताया कि बिहार-गया के डुमरिया थाना अंतर्गत सलैया गांव निवासी मुकेश साव का शव बिते शाम प्रतापपुर थाना क्षेत्र के जयपुर गांव के करमडीह टांड से बरामद किया गया था। आगे बताया कि मुकेश की हत्या प्रेम प्रसंग में डुमरिया थाना के नंदई गांव की काजल कुमारी उर्फ गुड़िया के द्वारा कराई गई थी। काजल मुकेश साव से उब गई थी तथा उससे छुटकारा पाना चाहती थी। इसी के तहत षड्यंत्र कर मुकेश को 30 मार्च को मिलने के लिए करमडीह टांड बुलाई। जहां युवती ने अपने ममेरे भाई बांकेबाजार निवासी रंजन कुमार तथा उसके दोस्त बांकेबाजार के ही रविंद्र कुमार के साथ हमलाकर गला काटने के बाद पेट में ताबड़तोड़ चाकू से वार कर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद तीनों रविंद्र के ससुराल जयपुर निवासी सूर्यदेव दास के घर पहुंचे। जहां खून से सने कपड़े देखकर ससुराल वालों ने पूछा तो तीनों इधर उधर की बात करने लगे। इतने में चैकीदार बीरेंद्र पासवान को इसकी जानकारी दी गई। उसके बाद चैकीदार से जानकारी लिने के बाद दलबल के साथ जयपुर पहुंच तीनों को हिरसत में लेकर थाने लाया गया और पुछताछ में सभी ने मुकेष की हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया। उसके बाद तीनों के निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकु तथा खून से सने कपड़े बरामद किया गया। चिकित्सकीय जांच के बाद तीनों को न्यायालय में प्रस्तुत करने के बाद जेल भेज दिया गया। कांड उदभेदन में थाना प्रभारी नईन अंसारी के साथ पीएसआई सत्यवान कुंभकार, गौतम रविदास, श्रीराम पंडित, एएसआई रविरंजन, निर्मल सिंह सहित अन्य पुलिस कर्मी शामिल थे।