पाकुड़ : कृषि आंदेालन के दौरान देश भर में शहीद हुये किसानों के परिजनों को मुआवजा देने के साथ साथ महंगाई के विरोध को ले कर बुधवार देर शाम शहर के कांग्रेस भवन से कांग्रेस कार्यकर्ताओं के द्वारा कैंडल मार्च निकाला गया. कैंडल मार्च में मुख्य रूप से राज्य के ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री व स्थानीय विधायक आलमगीर आलम मौजूद थे। कांग्रेस भवन से निकाला गया मार्च इंदिरा गांधी चौक में समाप्त किया गया। चौक में उपस्थित लोगों व कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सुबे के मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि 2014 में भाजपा ने केंद्र में सरकार बनाया और सरकार बनाने के साथ उनके द्वारा कई अहम वादे किए गए थे और इन वादों में महंगाई पर नियंत्रण प्रमुख वादा था परंतु आज यदि देखा जाए तो महंगाई चरम स्थिति पर पहुंच गई है देश में मध्यम वर्गीय परिवार के साथ साथ मजदूर और किसान पूरी तरह से परेशान है। एक तरफ महंगाई तो दूसरी तरफ केंद्र सरकार ने कृषि कानून पास कर किसानों को बर्बाद करने का काम किया और किसान आंदोलन तेज किया तो केंद्र की सरकार ने इस कानून को वापस लेने की घोषणा की लेकिन मेरा कहना है कि कृषि कानून के खिलाफ देशभर में किसानों के द्वारा किए गए आंदोलन के दौरान जो किसान शहीद हुए हैं केंद्र सरकार उनके परिजनों को मुआवजा उपलब्ध कराएं ताकि किसान के परिजन अपना जीवन यापन बेहतर तरीके से कर सके। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह से विफल साबित हुई है कांग्रेस पूरे राज्य में जन जागरण अभियान चलाकर केंद्र सरकार की विफलता को जनता के समक्ष रख रही है। मौके पर कांग्रेस के कार्यकारी जिला अध्यक्ष गुलाम अहमद,वरिष्ठ कांग्रेसी समीनुल इस्लाम,मो0 मुख्तार,नलीन मिश्रा, देबू विश्वास,अफजल हुसैन,अमीर हमजा उर्फ मिस्टर शेख रामविलास यादव,समेत दर्जनों कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद थे।