आम्रपाली कोल परियोजना में लेवी का खेल बदस्तूर जारी
चतरा/टंडवा। शासन व प्रशासन के लाख कोशिशों के बावजूद टंडवा थाना क्षेत्र में संचालित सीसीएल की आम्रपाली कोल परियोजना में लेवी का खेल बदस्तूर जारी है। थाना क्षेत्र के शिवपुर रेलवे साइडिग उग्रवादी संगठनों के लेवी वसूली का अड्डा बनते जा रहे है। सूत्रों की माने तो उग्रवादी पोस्टरबाजी व गोलाबारी कर अपना पैर जमा चुके हैं और प्रतिमाह लाखों रुपये लेवी वसूल रहे हैं। लेवी नहीं मिलने पर पिछले माह सात कोल वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। यह अलग बात है कि घटना में संलिप्त चार उग्रवादियों को पुलिस ने धर दबोचा। लेकिन उसके बाद भी लेवी एवं रंगदारी वसूलने का खेल नहीं थम नही रहा है। यही कारण हैं कि उग्रवादियों की सहमति के बगैर ट्रांसपोटिंग व रैक लोडिंग करना संभव नही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान समय में रांची के एक बड़े ट्रांसपोर्टर आम्रपाली से शिवपुर रेलवे साइडिंग तक कोयला ढुलाई कार्य संपादित कराने के लिए उग्रवादियों से साठगांठ में लगा हुआ है। इस कार्य का ठेका निवर्तमान जिला परिवहन कार्यालय के एक अनुबंधकर्मी को दिया गया है। यही युवक उग्रवादियों के समर्थकों से ट्रांसपोर्टर को मिलाया है। बताया जाता है कि उसका अनुबंध कोयलांचल से अवैध वसूली के आरोप की वजह से ही तत्कालीन उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह ने रद्द किया था। उस वक्त से वह कोयलांचल में उग्रवादी समर्थकों के सहयोग से ट्रांपोर्टिंग का कार्य के जुगाड़ में लगा है। वहीं इस मामले में इंस्पेक्टर सह टंडवा थाना प्रभारी प्रमोद कुमार पांडेय ने कहा कि मामला गंभीर है। जिसकी जांच की जाएगी और मामला सही होने पर दोषियों को बक्सा नहीं जाएगा। कुछ लोग अपने स्वार्थ व रैक लोडिंग कार्य कराने के लिए मामले को हवा दे रहे हैं।