जिले में 2 अगस्त से कालाजार से बचाव हेतु छिड़काव
सक्रिय होकर चलाएं अभियान, माइक्रोप्लान के अनुसार करे छिड़काव कार्य, प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को करें जागरूक
उच्च प्राथमिकता वाले गाँव में टीम को करे एक्टिव: उपायुक्त
पाकुड़: समाहरणालय सभागार में उपायुक्त वरुण रंजन ने गुरुवार को कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम की निगरानी को लेकर गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की। मौके पर उप विकास आयुक्त श्री अनमोल कुमार सिंह, सिविल सर्जन डॉ० रामदेव, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ चंदन, सभी प्रखंड चिकित्सा प्रभारी पदाधिकारी उपस्थित थे
पूर्व के वर्षों से लगातार जिले से कालाजार मरीजों की संख्या में कमी आयी है। जिले में आइआरएस एक्टिविटी स्वास्थ्य विभाग की ओर 2 अगस्त से चलाया जाएगा। इसके लिए टीम गठित कर ली गई है। टीम को छिड़काव संबंधित प्रशिक्षण दिया गया है।
उपायुक्त वरुण रंजन ने कालाजार के मामलों को गंभीरता से मानीटरिंग करने को कहा। पीकेडीएल मरीजों का संपूर्ण इलाज हो इसे सुनिश्चित करें। इससे घबड़ाने की जरूरत नहीं है। कालाजार मरीजों की गंभीरता से मानिटरिंग करें। कोशिश करें कि कोई छिपा हुआ मामला नहीं रहे। ताकि आगे जिले का प्रखंड कालाजार इन्डिमिक सिटी के मानचित्र में नहीं रहे। जिन्हें पंद्रह दिन से ज्यादा बुखार हो उन्हें चिन्हित कर सही उपचार उपलब्ध कराएं।
उपायुक्त श्री रंजन ने कहा कि जिले में 2 अगस्त से कालाजार से बचाव हेतु छिड़काव किया जाएगा जिसमे 34 छिड़काव दल काम करेंगें।
बैठक के दौरान बताया गया कि प्रखंड कालाजार पर्यवेक्षक एवं जल सहिया, जेएसएलपीएस की निगरानी में कालाजार उन्मूलन के लिए घर घर जाकर छिड़काव कार्य किया जाएगा साथ ही लोगों को छिड़काव के लिए भी जागरूक किया जाएगा।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को छिड़काव कार्यक्रम का चार्ट तैयार कर उपलब्ध कराने को कहा। ताकि जब टीम क्षेत्र में आइआरएस कीटनाशक छिड़काव के लिए जाए तो कोई परेशानी ना हो। चार्ट पंचायत प्रतिनिधियों को भी उपलब्ध कराने को कहा। उपायुक्त ने पुलिस टीम को एक्टिव रहने का निदश दिया। ताकि जहाँ टीम जाये वहाँ किसी तरह की परेशानी न हो।
मौके पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अंजु कुमारी, जिला शिक्षा अधीक्षक दुर्गानंद झा, जिला कृषि पदाधिकारी मुनेंद्र दास, मुख्यालय डीएसपी धनाथ प्रसाद, सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ एस.के झा, एसएमपीओ पवन कुमार, जेएसएलपीएस डीपीएम प्रवीण मिश्रा, डीडीएम दीपक कुमार समेत सभी प्रखंडों के प्रखंड चिकित्सा प्रभारी पदाधिकारी उपस्थित थे।