– किया प्राइवेट अस्पतालों का निरीक्षण
गोड्डा से अभय पलिवार की रिपोर्ट
गोड्डा: तेजी से पसार रहे एवं लोगों को काल कवलित करते जा रहे अदृश्य वायरस कोरोना के चेन को तोड़ने के लिए राज्य सरकार द्वारा 22 अप्रैल से लागू स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन के आला अधिकारी उपायुक्त भोर सिंह यादव सड़क पर उतरे। स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के पहले दिन उपायुक्त ने शहर का मुआयना करते हुए जहां लोगों से बेवजह नहीं घूमने एवं मास्क पहनने की अपील की, वहीं कतिपय निजी अस्पतालों का भ्रमण करते हुए कोरोना पीड़ितों के लिए चिकित्सा संबंधी व्यवस्था का जायजा लिया।
उपायुक्त श्री यादव ने जिले में कोरोना संक्रमण के बचाव एवं रोकथाम के लिए राज्य सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुपालन (स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह 22 अप्रैल 2021से 29 अप्रैल 2021 तक ) कराने हेतु गुरुवार को पहले दिन जिले के शहरी क्षेत्रों में चौंक चौराहे का निरीक्षण किया गया । चौंक चौराहों पर उन्होंने बिना मास्क वाले लोगों से मास्क पहनने की अपील की ।उन्होंने कहा कि अनावश्यक घरों से बाहर नहीं निकले निकलें ।
कोविड-19 संक्रमित मरीजों की संख्या में हो रही लगातार वृद्धि के कारण जिला प्रशासन के द्वारा पूरी तरह अलर्ट मोड में कार्य किया जा रहा है। इसी सिलसिले में उपायुक्त श्री यादव ने कोविड-19 संजीवनी अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त अस्पताल की मूलभूत आवश्यकताओं से अवगत हुए। मौके पर उन्होंने मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं तथा ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सा पदाधिकारियों, कर्मचारियों की उपस्थिति का भी जायजा लिया। इस दौरान अस्पताल के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने अस्पताल में ऑक्सीजन सपोर्ट वाले बेड, आईसीयू वाले बेड, वेंटिलेटर वाले बेड सहित अन्य चीजों की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने कोविड मरीजों के इलाज के लिए हर वक्त तैयार रहने का निर्देश संबंधित अस्पताल प्रबंधन को दिया। अस्पताल में ऑक्सीजन की उपलब्धता 24 घंटे सुनिश्चित रखने का निर्देश दिया। प्रतिनियुक्त चिकित्सक, नर्स, स्वास्थ्य कर्मचारियो से कहा कि जिस तरह से पूर्व में अपनी सेवा भावना की अनूठी मिसाल कायम कर गोड्डा से संक्रमण की संख्या को शून्य किया था, उसी प्रकार अपना शत प्रतिशत सेवा देकर इस बार भी कोरोना महामारी की दूसरी लहर से लड़ने में जिला प्रशासन का साथ दें, ताकि पुन: गोड्डा संक्रमण मुक्त हो सके।