गढ़वा: आज जिला समाज कल्याण विभाग गढ़वा की ओर से “सही पोषण देश रोशन” राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत डिस्टिक रिसोर्स ग्रुप (डीआरजी) का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम जिला परिषद सभागार में आयोजित किया गया। मौके पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी पूर्णिमा कुमारी ने पूर्व में किए गए कार्यों की समीक्षा करते हुए पोषण अभियान के पांच मुख्य बातों क्रमशः, 0- 6 वर्ष के बच्चों में नाटापन दूर करना,0-6 वर्ष के बच्चों में कम वजन दूर करना, औसत से कम वजन वाले बच्चों से जुड़ी समस्याओं को दूर करना, 0 से 6 वर्ष के बच्चों में एनीमिया दूर करना, 15 -49 वर्ष की महिलाओं में एनीमिया दूर करना।
सभी परियोजना पदाधिकारी व सभी महिला पर्यवेक्षिकाओं को अपने क्षेत्र अंतर्गत उक्त समस्याओं के समाधान हेतु विशेष प्रयास करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उपस्थित पदाधिकारियों व कर्मियों को गर्भवती महिलाओं के प्रसव से जुड़ी बारीकियों तथा उनसे जुड़ी सावधानियों के विषय में बताना है।
बताते चलें कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित पदाधिकारियों व कर्मियों को प्रसव से तुरंत पहले और प्रसव के तुरंत बाद कर्मियों का गृह भ्रमण, गृह भेंट योजना पंजी कैसे बनाएं या अपडेट करें, आंगनबाड़ी केंद्र पर आयोजित सामुदायिक कार्यक्रम की योजना एवं उसके आयोजन, नवजात शिशु के स्तनपान का अवलोकन इत्यादि के विषय में जानकारी दी गई। वहीं प्रसव के पूर्व तैयारी क्यों जरूरी है, आमतौर पर इसमें में किन-किन चीजों की तैयारी करते हैं और किन-किन चीजों का विशेष ध्यान रखते हैं के विषय में भी बताया गया। इसके अलावा प्रशिक्षण कार्यक्रम में अस्पताल में प्रसव कराने तथा घर में प्रसव करवाने की तैयारी को लेकर, प्रसव की तैयारी का सही समय क्या है, प्रसव के लिए कैसे तैयारी करें, प्रसव के लिए सही अस्पताल का चुनाव, वाहन का फोन नंबर, जरूरी कागजात इत्यादि मुख्य बातों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही सभी महिला पर्यवेक्षिकाओं को प्रोजेक्टर के माध्यम से विभिन्न चित्रों को दिखाते हुए प्रसव से जुड़े मुख्य बिंदुओं को एक-एक कर बताया गया।
उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी पूर्णिमा कुमारी के अलावा प्रशिक्षण कर्ता के रूप में श्रीमती ग्लोरिया एक्का बाल विकास परियोजना पदाधिकारी गढ़वा, श्रीमती रीना साहू बाल विकास पर परियोजना पदाधिकारी नगर उंटारी,विभिन्न परियोजनाओं की बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, सभी महिला पर्यवेक्षकाएं समेत अन्य उपस्थित थे।