हत्याकांड में शामिल चारों अपराधी गिरफ्तार
अभय पलिवार की रिपोर्ट
गोड्डा: सदर प्रखंड के मोतिया गांव निवासी सुनीता देवी की हत्या से पहले उसके साथ दुष्कर्म की असफल कोशिश की गई थी। लेकिन चार दरिंदों से घिरी रहने के बावजूद सुनीता ने हार नहीं मानी। अपनी अस्मत बचाने के लिए 40 वर्षीया सुनीता ने शरीर के भूखे भेड़ियों का डटकर मुकाबला किया। दुष्कर्म में असफल रहने पर पहचाने जाने के डर से चाकू से गला गोदकर उसकी हत्या कर दी गई।
एक सप्ताह पूर्व हुई सुनीता देवी हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल चारों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्याकांड में प्रयुक्त चाकू भी नयाबाद जंगल के एक कुएं से बरामद कर लिया गया है। चारों अपराधी मोतिया गांव के ही रहने वाले हैं। सोमवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित पत्रकार वार्ता में पुलिस अधीक्षक वाईएस रमेश ने इस हत्याकांड का खुलासा किया।
मालूम हो कि 24 फरवरी को मोतिया गांव से सटे नयाबाद जंगल में अपराह्न करीब 2. 30 बजे सुनीता देवी की खून से लथपथ लाश बरामद की गई थी। हत्याकांड के संदर्भ में मृतका के पति सुनील मंडल के बयान पर अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। गरीबी की दौर से गुजर रही सुनीता देवी घटना तिथि को सुबह नयाबाद जंगल घर का चूल्हा जलाने के लिए लकड़ी लाने गई थी।
इस हत्याकांड के उद्भेदन एवं अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एसपी द्वारा अनुमंडल पुलिस अधिकारी आनंद मोहन सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था।
पुलिस टीम ने छानबीन के क्रम में मोतिया गांव के संदिग्ध सोनू यादव, पिता दुखन महथा को थाना लाकर उससे कड़ाई से पूछताछ की। पुलिसिया पूछताछ के दौरान सोनू यादव टूट गया और उसने इस हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली।
सोनू यादव ने पुलिस को बताया कि घटना तिथि की सुबह मृतका नयाबाद जंगल में लकड़ी का गांठ बांध रही थी। उसी दौरान सोनू यादव, सिंटू यादव, नितेश यादव एवं गणेश मंडल, चारों साकिन मोतिया, वहां पहुंचा। सोनू यादव ने सुनीता को कहा कि सरकारी लकड़ी क्यों काट रही हो। अभी थाना फोन करता हूं। यह सुनकर सुनीता देवी गाली गलौज करने लगी। इस पर सोनू यादव ने उसे दो थप्पड़ मारा, जिससे वह गिर गई। सुनीता के गिरने पर सोनू यादव ने उसके साथ बलात्कार की कोशिश की। लेकिन सुनीता ने अपनी इज्जत नहीं लूटने दी।
बलात्कार में असफल रहने पर पहचाने जाने के डर से चारों अपराधियों ने सुनीता का मुंह एवं गला दबाकर गर्दन चाकू से गोद दिया। उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इसके बाद जंगल के कुआं में घटना में प्रयुक्त चाकू फेंक दिया गया। अपराधियों की निशानदेही पर पुलिस ने वहां से चाकू बरामद कर लिया है।
आपराधिक इतिहास
इस हत्याकांड में गिरफ्तार किए गए चार में से दो आरोपियों का आपराधिक इतिहास रहा है। सोनू यादव गोड्डा मुफस्सिल थाना कांड संख्या 119/2019, धारा 25(1- बीए )/26 आर्म्स एक्ट एवं गोड्डा नगर थाना कांड संख्या 9/ 2020, धारा 394 भादवि का अभियुक्त है। वहीं नितेश यादव गोड्डा नगर कांड संख्या 9/2020, दिनांक 06 जनवरी 2020, धारा 394 भादवि का अभियुक्त है।
कौन-कौन थे पुलिस टीम में शामिल
एसपी के आदेश पर इस हत्याकांड के उद्भेदन एवं अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए गठित पुलिस टीम में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी आनंद मोहन सिंह, पुलिस निरीक्षक सह नगर थाना प्रभारी प्रभारी अशोक कुमार सिंह, गोड्डा संभाग के पुलिस निरीक्षक किस्टोफर बैजून मुर्मू, मुफस्सिल थाना प्रभारी ज्योतिष कुमार जायसवाल एवं मोतिया ओपी प्रभारी मनोरंजन कुमार शामिल थे।