गोड्डा: तिलकामांझी कृषि महाविद्यालय, गोड्डा में बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, रांची द्वारा प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए हार्टफुलनेस संस्था के सहयोग से पांच दिवसीय व्यक्तित्व विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन शुक्रवार को हो गया। तिलकामांझी कृषि महाविद्यालय के डॉ नीरज कुमार , सहायक प्रोफेसर एवं कार्यक्रम पदाधिकारी , राष्ट्रीय सेवा योजना ने जानकारी देते हुए कहा कि यह कार्यक्रम युवाओं के लिए अपने व्यक्तित्व निर्माण में प्रभावी होगा। कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़े राष्ट्रीय सेवा योजना के क्षेत्रीय निदेशक पीयुष परांजपे ने कहा कि योग , प्राणायाम और ध्यान से ही हमारे युवा सकारात्मक सोच के होंगे, जो विश्व कल्याण एवं विश्व शांति के लिए आवश्यक है।
कार्यक्रम में तिलका मांझी कृषि महाविद्यालय, गोड्डा के प्रथम वर्ष के 47 विद्यार्थियों ने भाग लिया। पांच दिनों के कार्यक्रम में विद्यार्थियों को कनेक्ट, कोर, च्वाइस काउजेलिटी और कम्युनिटी के बारे में चर्चाओं, गतिविधियों तथा वीडियो मॉड्यूल के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया। विद्यार्थियों को प्रतिदिन दस- दस मिनट का ध्यान कराया गया। विद्यार्थियों का फीडबैक मेंटीमीटर तथा गूगल फॉर्म के माध्यम से लिया गया। हार्टफुलनेस संस्था के राज्य समन्वयक रिकिता स्वरूप ने कहा कि विद्यार्थियों को अपने पर्यावरण, अपने निकट के व्यक्तियों से संबंध तथा अपने ताकत को पहचाने बिना खुद का सर्वांगीण विकास संभव नहीं है। राष्ट्रीय सेवा योजना, बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, रांची के कार्यक्रम समन्वयक डॉ बीके झा ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल आयोजन में सहयोग के लिए बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, रांची के कुलपति डॉ ओएन सिंह, तीनो संकायों के अधिष्ठाता, राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारियों, विद्यार्थी स्वयंसेवकों तथा हार्टफुलनेस संस्था के समन्वयकों तथा स्वयंसेवकों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम के सफल संचालन में हार्ट फुलनेस संस्था के डॉ योगेश खंडेलवाल, डॉ कमल वाधवा, रोहित बघेल, शीला सिंह एवं उत्कर्ष जैन ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।