सिरु के किसान भाई मुआवजा न देकर कफ़न देने की बात को लेकर काफी आक्रोश
रजरप्पा: भारतीय शांति प्रतिष्ठान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरणविद बिंदुभूषण दुबे गुरुवार को दुलमी प्रखंड के सिरु पंचायत अवस्थित बुध बाज़ार पहुंचकर किसानों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। उन्होंने यास तूफान से नुकसान हुए कृषि कार्य का मुआयना किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने माना कि तूफान व लॉकडाउन से सैकड़ों किसान बर्बादी के कगार पर पहुंच गए हैं। श्री दुबे ने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिला के किसान भाई हक अधिकार के लिए आवाज बुलंद कर रहे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री का बयान अभी तक नही आना काफी शर्मनाक है। इसलिए सिरु के किसान भाई मुआवजा न देकर कफ़न देने की बात को लेकर काफी आक्रोश है। इसलिए किसान भाई श्री दुबे को सांकेतिक रूप से कफ़न देकर सरकार को कोशा हैं।
किसान नेता रमेश दांगी ने कहा कि दुलमी प्रखंड किसान प्रधान प्रखंड है। फसल बर्बाद होने से किसान पूरी तरह से टूट गए हैं। ऐसे में सरकार किसानों को मुआवजा राशि देकर उन्हें राहत दे, ताकि वे कर्ज से उबर सके। उन्होंने कहा कि अभी तक किसानों की दो लाख रुपये की ऋण भी माफ नहीं किया गया है। जिससे किसान काफी हताश, निराश व मरने के कगार पर हैं। सिरु निवासी दिलीप कुमार ने कहा कि किसान मेहनत करके मर रहे हैं। विडंबना है कि बाजार में सुई का दाम निर्धारित है, लेकिन फसलों का न्यूनतम मूल्य अब निर्धारित नहीं किया गया है। गांव पहुचे पर्यावरणविद बिंदुभूषण दुबे को दर्जनों महिला-पुरूषों ने बारी बारी से अपनी समस्याएं रखते हुए कहा कि लॉकडाउन, यास तूफान व बेमौसम बारिश से साग सब्जी खेत में ही सड़ गए हैं। जिससे जीवन यापन करना काफी मुश्किल हो गया है। इसलिए सरकार जल्द ही हमलोगों को मुआवजा देकर आत्महत्या करने से पहले रोके। अन्यथा आत्महत्या के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं है। मौके पर अमृत कुमार, मिथलेश कुमार, महेंद्र महतो, संदीप कुमार, पंकज महतो, सीडी महतो, बहादुर, राहुल, तिलेश्वरी देवी, लीला देवी, कौशल्या देवी समेत दर्जनों किसान मौजूद थे।