बरही से प्रमोद विश्वकर्मा/बिपिन बिहारी पाण्डेय
बरही (हजारीबाग) : रामनारायण यादव मेमोरियल महाविद्यालय बरही में हिन्दी दिवस के तहत हिन्दी विभाग द्वारा आयोजित हिन्दी पखवाड़ा-दिवस महोत्सव धूमधाम के साथ संपन्न किया गया। महोत्सव की अध्यक्षता व मंच संचालन हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. हीरामन साव ने की। कार्यक्रम की शुरुआत बतौर मुख्य अतिथि प्राचार्य डा. विमल किशोर ने उपस्थित शिक्षकों के साथ संयुक्त रूप से केक काटकर किया। वहीं महाविद्यालय के सभी शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने प्राचार्य को संयुक्त रूप से कुबेर का पौधा भेंट की। साथ ही साथ हिन्दी विभाग के द्वारा श्रीमद् भागवत गीता भी सप्रेम भेंट की गई। मुख्य अतिथि डा विमल किशोर ने कहा कि जहां पर सभी भाषाओं की जननी संस्कृत भाषा है, वहीं पर हिन्दी भाषा सभी भाषाओं में प्रधान भाषा है।हिन्दी भाषा की लोकप्रियता आज पूरे विश्व में बढ़ गई है। डा. संजय बर्णवाल ने कहा कि हिन्दी भाषा को हम अच्छी तरह समझे बिना हम दूसरी भाषा को अच्छी तरह नहीं समझ सकते। प्रो. हीरामन साव ने कहा कि हिन्दी भाषा सरल, सुस्पष्ट व व्यावहारिक है। इसमें लगभग डेढ़ लाख से अधिक शब्द भंडार है। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य के साथ -साथ इतिहास विभाग की विभागाध्यक्षा डा. अरुणा रानी, अर्थशास्त्र के विभागाध्यक्ष डा. संजय कुमार बर्णवाल, राजनीति शास्त्र के विभागाध्यक्ष डा. अजय रविदास, समाज शास्त्र के विभागाध्यक्ष डा. गिरिधारी लाल यादव, कामर्स विभाग के विभागाध्यक्ष डा. ब्रह्मदेव मोदी, अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डा. अजय प्रताप सिंह, उर्दू विभाग के विभागाध्यक्ष डा. नय्यर इकबाल, भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष डा. अरूण कुमार रामानुज, दर्शन शास्त्र के विभागाध्यक्ष डा. सरिता सिन्हा, सहित हिन्दी विभाग के प्राध्यापक डा. बद्री साव, डा. सुषमा कुमारी, संजय कुमार बख्शी, डा. संगीता चौधरी, जागेश्वर यादव, महेश यादव, डा. अशोक कुमार, अंजलि कुसूम ओम, डा. सीमा सिन्हा, अब्बास अंसारी, तमन्ना परवीण सभी प्राध्यापकगण के साथ महाविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मचारी प्रधान लिपिक जिनेश्वर प्रसाद यादव, पुस्तकालयाध्यक्ष निजामुद्दीन अकेला, लेखापाल नागेश्वर यादव, सुमित्रा कुमारी, आनन्द कुमार मौर्य, दिनेश यादव, त्रिभुवन यादव, राजू यादव, महेन्द्र ठाकुर, गामा कपरदार, हरेन्द्र सिंह, अर्चना कुमारी, गीता, रीना सहित सैकड़ों विद्यार्थियों में भाग लिया।